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RBI ने अक्टूबर में लगाई बैंकिंग रिफॉर्म्स की झड़ी, जानिए इनके फायदे

आरबीआई ने अधिग्रहण की फाइनेंसिंग से जुड़े नियमों का ऐलान मॉनेटरी पॉलिसी के साथ किया। पहले बैंकों को अधिग्रहण के लिए पैसे देने की इजाजत नहीं थी। 2008 में टाटा मोटर्स को JLR के अधिग्रहण के लिए मॉरीशस से पैसे जुटाने पड़े थे

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 10, 2025 पर 7:31 PM
RBI ने अक्टूबर में लगाई बैंकिंग रिफॉर्म्स की झड़ी, जानिए इनके फायदे
किसी बिजनेस ग्रुप को कुल बैंकिंग सेक्टर लोन की सीमा हटा दी गई है। यह स्वागतयोग्य कदम है।

आरबीआई ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर से जुड़े कई नियमों में बदलाव का ऐलान किया। सबसे पहले उसने 1 अक्टूबर को मॉनेटरी पॉलिसी पेश करने के दौरान कुछ ऐलान किए। उसके बाद कंपनियों को विदेश से कर्ज जुटाने के नियमों में बदलाव के प्रस्ताव का ऐलान किया। आखिर में 7 अक्टूबर को रेगुलेटर ने अलग-अलग कैटेगरी के लोन के लिए कैपिटल अलग रखने के नियमों का ड्राफ्ट पेश किया।

अधिग्रहण के लिए भी बैंक देंगे कर्ज

आरबीआई ने अधिग्रहण की फाइनेंसिंग से जुड़े नियमों का ऐलान मॉनेटरी पॉलिसी के साथ किया। पहले बैंकों को अधिग्रहण के लिए पैसे देने की इजाजत नहीं थी। 2008 में टाटा मोटर्स को JLR के अधिग्रहण के लिए मॉरीशस से पैसे जुटाने पड़े थे। तब यह दलील दी जाती थी कि बैंकों के लोन देने की क्षमता का इस्तेमाल भारत में कंपनियों की क्षमता विस्तार के लिए होना चाहिए। अब देश में बैंक अधिग्रहण के लिए कर्ज दे सकेंगे।

डिपॉजिट इंश्योरेंस के नियम में बदलाव

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