आरबीआई ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर से जुड़े कई नियमों में बदलाव का ऐलान किया। सबसे पहले उसने 1 अक्टूबर को मॉनेटरी पॉलिसी पेश करने के दौरान कुछ ऐलान किए। उसके बाद कंपनियों को विदेश से कर्ज जुटाने के नियमों में बदलाव के प्रस्ताव का ऐलान किया। आखिर में 7 अक्टूबर को रेगुलेटर ने अलग-अलग कैटेगरी के लोन के लिए कैपिटल अलग रखने के नियमों का ड्राफ्ट पेश किया।