भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शेयरों और डिबेंचर के बदले फाइनेंसिंग को लेकर जेएम फाइनेंशियल की सब्सिडियरी जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं। जेएम फाइनेंशियल ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, "हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि RBI ने 18 अक्टूबर, 2024 के अपने लेटर के माध्यम से कंपनी जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड पर 5 मार्च, 2024 के अपने आदेश के माध्यम से लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं।"
आगे कहा कि इस कम्युनिकेशन के साथ, कंपनी को सभी लागू कानूनों और रेगुलेशंस के अनुपालन में शेयरों और डिबेंचर के बदले फाइनेंसिंग प्रदान करने की तत्काल प्रभाव से इजाजत दी गई है। एक्सचेंज फाइलिंग में यह भी कहा गया कि कंपनी अनुपालन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना जारी रखेगी कि उसके द्वारा किए गए सुधार जारी रहें।
RBI ने 5 मार्च को जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड (JMFPL) को शेयरों और डिबेंचर के बदले लोन देने से रोक दिया था, जिसमें IPO के लिए लोन की मंजूरी और डिस्ट्रीब्यूशन भी शामिल है। जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के खिलाफ एक्शन इसलिए लिया गया था क्योंकि कंपनी की लोन प्रोसेस में कुछ गंभीर कमियां मिली थीं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बात पर भी रोशनी डाली थी कि कंपनी में गवर्नेंस के मसलों को लेकर गंभीर चिंताएं हैं, साथ ही रेगुलेटरी गाइडलाइंस का उल्लंघन भी पाया गया है।
22 जुलाई को मनीकंट्रोल को दिए गए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जेएम फाइनेंशियल के नॉन-एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन विशाल कंपानी ने कहा था कि फर्म रेगुलेटर के साथ मिलकर काम कर रही है, डेटा उपलब्ध कराया गया है और इस मुद्दे के जल्द समाधान की उम्मीद है।