रिटेल निवेशकों ने मिड और स्मॉल कैप में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। जिससे मार्च 2025 तिमाही के दौरान ब्रॉडर मार्केट में बिकवाली के बीच मिड और स्मॉल कैप में उनकी हिस्सेदारी नौ-तिमाही के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि, इस दौरान, लार्ज-कैप में उनका निवेश बढ़ा है। ये बाजार में उथल-पुथल के दौरान ब्लू-चिप्स में सेफ्टी खोजे जाने का संकेत है। NSE की ‘इंडिया ओनरशिप ट्रैकर’ रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे व्यक्तिगत निवेशक जिन्होंने बाजार में सीधे अपना पैसा लगाया है,उनकी बाजार हिस्सेदारी में तिमाही आधार पर 30 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है और यह 7 तिमाहियों के निचले स्तर 9.5 फीसदी पर आ गई है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मार्च 2025 में लगभग 15,300 करोड़ रुपये की नेट सेलिंग हुई है। एनएसई के कैश सेगमेंट में रिटेल निवेशकों द्वारा की गई ये अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिकवाली है। निफ्टी 50 में रिटेल हिस्सेदारी 7.9 फीसदी पर स्थिर रही है। वहीं, निफ्टी 500 में यह हिस्सेदारी तिमाही दर तिमाही 14 बेसिस प्वाइंट घटकर 8.6 फीसदी पर आ गई है जो पिछली नौ तिमाहियों में सबसे कम है। इससे पता चलता है कि इस तिमाही के दौरान मिड- और स्मॉल-कैप कंपनियों का तुलनात्मक प्रदर्शन कमजोर रहा है।
इस तिमाही के दौरान,रिटेल निवेशकों ने ब्लू-चिप,लार्ज-कैप कंपनियों में तुलनात्मक रुप से ज्यादा निवेश किया। इस अवधि में ब्लूचिप शेयरों को सेफ हेवेन अपील का फायदा मिला। रिटेल निवेशकों के पोर्टफोलियो में निफ्टी 50 शेयरों की हिस्सेदारी में 3.3 फीसदी की तेज बढ़त देखने को मिली।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के विनोद नायर का कहना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट बाजार में बढ़त के अगले चरण का नेतृत्व करने के लिए अच्छी पोजीशन में हैं। पिछले 6-7 महीनों के दौरान महंगे वैल्यूएशन और कंसोलीडेशन के कारण इनका प्रदर्शन खराब रहा है। ये सेगमेंट अब मजबूती के संकेत दे रहा है।
इसके अलावा अच्छे वैल्यूशन के कारण इनका हालिया प्रदर्शन बेहतर रहा है। कई मिड और स्मॉलकैप स्टॉक करेक्शन के बाद अच्छे भाव पर कारोबार कर रहे हैं। इसके अलावा इस सेगमेंट की कंपनियों की अर्निंग्स में भी उम्मीद से अधिक मजबूती दिख रही है। ये एक अच्छा संकेत है। इन फैक्टर्स को देखते हुए मिड और स्मॉल कैप की मौजूदा तेजी महज एक शॉर्ट टर्म ट्रेंड के कहीं ज्यादा हैं। रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो बेहत होने के साथ ही ये शेयर मजबूत तेजी की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।
दूसरी तरफ,कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि निवेशकों का फोकस लार्ज-कैप पर होना चाहिए। मिड-कैप और स्मॉल-कैप में चुनिंदा शेयरों में ही निवेश करना चाहिए। बैंकिंग सेक्टर में लार्ज कैप बैंकों अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। मिड-कैप और स्मॉल-कैप में स्टॉक्स स्पेसिफिक नजरिया रखें। इसके साथ ही इन शेयरों में निवेश करते समय ग्रोथ और वैल्यूएशन मैट्रिक्स पर फोकस करें।
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