Rexpro Enterprises IPO Listing: फर्नीचर बनाने वाली रेक्सो एंटरप्राइजेज के शेयरों की आज NSE SME पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई और इसके बाद शेयर टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए। इस प्रकार आईपीओ निवेशकों को डबल शॉक लगा, पहले तो डिस्काउंट पर लिस्टिंग और फिर लोअर सर्किट। हालांकि खुदरा निवेशकों के दम पर इसके आईपीओ को ओवरऑल 17 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 145 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 117.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन की बजाय 19.31 फीसदी का घाटा हो गया।
डिस्काउंट पर लिस्टिंग के बाद निवेशकों को और शॉक तब लगा, जब टूटकर यह 111.15 रुपये (Rexpro Enterprises Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 23.34 फीसदी घाटे में हैं। इसका मतलब है कि रेक्सप्रो एंटरप्राइजेज के आईपीओ निवेशक हर लॉट पर ₹33850 के घाटे में हैं। आज इसी लोअर सर्किट पर यह बंद भी हुआ है। इसके आईपीओ का लॉट साइज 1 हजार शेयरों का था।
Rexpro Enterprises IPO को मिला था अच्छा रिस्पांस
रेक्स्प्रो एंटरप्राइजेज का ₹53.65 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 22-24 जनवरी तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 17.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 27.12 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 47.13 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 4.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी फैक्ट्री के रिनोवेशन और इक्विपमेंट की खरीदारी, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, इनऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Rexpro Enterprises के बारे में
मार्च 2012 में बनी रेक्सो एंटरप्राइजेज महाराष्ट्र के वाशी में फर्नीचर बनाती है। यह ऑफिस, हॉस्पिटल्स, और घरों के लिए फर्नीचर बनाती है। इसके क्वाइंट्स शॉपर्स स्टॉप, एचयूएल, लेंसकार्ट और गोदरेज एंड बोयेस जैसी दिग्गज कंपनियां हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष 2024 में इसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 722 फीसदी उछलकर 5.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 32 फीसदी बढ़कर 83.01 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 4.08 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 49.56 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।