Royalarc Electrodes IPO Listing: रॉयलआर्क इलेक्ट्रोड्स के शेयरों की आज NSE SME पर फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.6 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 120 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 120 रुपये पर ही एंट्री है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला। लिस्टिंग के बाद शेयरों ने ऊपर चढ़ने की कोशिश की लेकिन तेजी बहुत मामूली ही है। उछलक यह 122.50 रुपये (Royalarc Electrodes Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 121.50 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 1.25% फीसदी मुनाफे में हैं।
Royalarc Electrodes IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
रॉयलआर्क इलेक्ट्रोड्स का ₹36 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 14-18 फरवरी तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इसका आईपीओ ओवरऑल 1.6 गुना बोली मिली थी। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.04 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.92 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.2 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 21.60 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 12 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी गुजरात के उंबरगांव वलसाड के जरोली गांव में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में विस्तार, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Royalarc Electrodes के बारे में
वर्ष 1996 में बनी रॉयलआर्क वेल्डिंग इलेक्ट्रोड्स, फ्लक्स कोर्ड वायर, एमआईजी/टीआईजी वायर्स जैसे वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स बनाती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 2.12 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 9.57 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 11.93 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 24 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 100.99 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 3.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 46.06 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।