LIC IPO: रूसी सेनाओं ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ अपनी आक्रामक सैन्य गतिविधि शुरू कर दी। ऐसे में CNBC-TV18 से बात करते हुए भारत सरकार के कुछ सूत्रों ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले पर सरकार की नजर बनी है। पूर्वी यूरोप में बदलती स्थितियों पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है। इन सूत्रों ने ये भी कहा कि एलआईसी का आने वाला आईपीओ अपनी निर्धारित योजना के अनुसार ही आगे बढ़ेगा। सरकार के पास इस मामले में निर्णय लेने के लिए मार्च के पहले हफ्ते तक का समय है। सूत्रों का कहना है कि यूक्रेन पर रूसी हमले का एलआईसी के आईपीओ पर कोई असर नहीं पडे़गा।
सरकारी सूत्रों ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार किसी भी ग्लोबल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बात की कोई संभावना नहीं है कि भारतीय इकोनॉमी पर इस घटना का कोई असर पड़ेगा। क्या यूक्रेन पर रशियन हमले की प्रतिक्रिया ग्लोबल इकोनॉमी पर पड़ेगा और क्या इससे अनिश्चितता उत्पन्न होगी इस सवाल पर सरकारी सूत्रों ने कहा कि सामान्य तौर पर ग्लोबल जियोपॉलिटिकल तनाव ब्याज दरों में बढ़ोतरी और महंगाई में उछाल का कारण होते हैं लेकिन इनको मैनेज करने मे कोई बहुत बड़ी मुश्किल नहीं आएगी। अगर इन स्थितियों में बॉरोइंग कॉस्ट (ब्याज लागत) में कोई बढ़ोतरी होती है तो उसको मैनेज किया जा सकेगा।
सरकारी सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि अगर जियोपॉलिटिकल स्थिति में और मुश्किल आती है तो OPEC + से ऑयल सप्लाई बढ़ाने की मांग हो सकती है। ईरान से होने वाले ऑयल एक्सपोर्ट पर बात करते हुए जानकारों का कहना है कि ईरान से आगे तेल की सप्लाई बढ़ सकती है। जिससे देश में तेल को लेकर कोई बहुत बड़ी मुश्किल नहीं पैदा होगी।