बाजार के वॉलैटिलिटी को ट्रैक करने वाला और जिसको अक्सर Fear index के नाम से जाना जाता है, इंडिया विक्स (India VIX) 30 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 20 महीने के हाई पर चला गया है। यूक्रेन पर रशियन आक्रमण के बाद बाजार में भारी वोलैटिलिटी देखने को मिली है। जिसका असर India VIX पर देखने को मिला है।
आम तौर पर वॉलैटिलिटी इंडेक्स बेचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी के बीच विपरीत सह -संबंध (inverse correlation) होता है। बता दें कि यूक्रेन के खिलाफ रशियन कार्रवाई के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में दूसरे ग्लोबल बाजारों की तरह ही भारी गिरावट देखने को मिली है।
आज India VIX 33.97 का स्तर छू लिया जो पिछली बार 17 जून 2020 को देखने को मिला था। 10: 15 बजे के आसपास India VIX 31.95 पर नजर आ रहा था जो अपने पिछली क्लोजिंग की तुलना में 30.14 फीसदी ज्यादा थी।
गौरतलब है कि India VIX करीब 1 महीने पहले बाजार की वॉलैटिलिटी को लेकर निवेशकों के धारणा को ट्रैक करता है।India VIX में इस साल अब तक 107 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
फिलहाल सेंसेक्स 1. 20 बजे के आसपास सेंसेक्स 1765.21 अंक यानी 3.08 फीसदी की गिरावट के साथ 55,466.85 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 544.40 अंक यानी 3.16 फीसदी की टूटकर 16,524.20 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
Tradingo के पार्थ न्याति का कहना है कि 2021 के मजबूत प्रदर्शन के बाद बाजार में हमें पहली बार कोई स्वस्थ करेक्शन देखने को मिल रहा है। बाजार में पहले से ही करेक्शन आना तय था। वर्तमान जियोपॉलिटिकल तनाव इसके लिए बहाना एक मात्र है। बढ़ती महंगाई और ब्याज दर इक्विटी मार्केट में गिरावट की अहम वजहें है। वर्तमान जियोपॉलिटिकल तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और महंगाई में औऱ बढ़त की संभावना नजर आ रही है।
वर्तमान में उत्पन्न जियोपॉलिटिकल इश्यू और इसके बहाने बाजार में आई गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका है। हम स्ट्रक्चरल बुल रन के दौर में है जिसके आगे आनेवाले कुछ सालों में कायम रहने की संभावना है। बीच -बीच में आने वाले करेक्शन इस लंबी यात्रा का एक हिस्सा होंगे।