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समीर अरोड़ा को FIIs के लौटने की उम्मीद, कहा-भारत ने दूसरे बाजारों के मुकाबले 2 वैश्विक झटकों का बेहतर सामना किया

समीर अरोड़ा का मानना है कि आगे इंडियन मार्केट्स में FII का निवेश कुछ बातों पर निर्भर करेगा। इनमें जीएसटी में कमी के बाद कंज्यूमर डिमांड में इजाफा और इंटरेस्ट रेट घटने पर फाइनेंशियल कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन शामिल है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 23, 2025 पर 4:08 PM
समीर अरोड़ा को FIIs के लौटने की उम्मीद, कहा-भारत ने दूसरे बाजारों के मुकाबले 2 वैश्विक झटकों का बेहतर सामना किया
समीर अरोड़ा ने कहा कि पिछले 2-3 महीनों में दो निगेटिव चीजों का इंडिया पर खराब असर पड़ा है।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस साल इंडियन मार्केट्स में बड़ी बिकवाली की है। उन्होंने भारतीय बाजार से करीब 1507.4 करोड़ डॉलर निकाले हैं। हालांकि, उन्होंने चीन, जापान और ताइवान में खरीदारी की है। एफआईआई की बिकवाली का असर इंडियन मार्केट्स पर पड़ा है। 2025 में मार्केट के प्रमुख सूचकांकों निफ्टी और सेंसेक्स का रिटर्न करीब माइनस 3 फीसदी रहा है। लेकिन, हेलियस कैपिटल के फाउंडर समीर अरोड़ा की सोच थोड़ी अलग है। उनका मानना है कि इंडियन मार्केट्स ने वैश्विक झटकों का कई दूसरे उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर तरीके से सामना किया है।

FII का निवेश 2 बातों पर निर्भर करेगा

Samir Arora का मानना है कि आगे इंडियन मार्केट्स में FII का निवेश कुछ बातों पर निर्भर करेगा। इनमें जीएसटी में कमी के बाद कंज्यूमर डिमांड में इजाफा और इंटरेस्ट रेट घटने पर फाइनेंशियल कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन शामिल है। उन्होंने कहा कि फरवरी के बाद से एफआईआई का निवेश ठीक है। हमने जनवरी और फरवरी में बिकवाली देखी थी। इनवेस्टर्स को अब भी अमेरिकी बाजार अच्छे लग रहे हैं। उन्हें लगता है कि टैरिफ का मसला अब और नहीं बढ़ेगा।

इंडिया पर इन 2 निगेटिव चीजों का पड़ा असर

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