SEBI ने बगैर रजिस्ट्रेशन इनवेस्टमेंट एडवाइस देने के लिए गुंजन वर्मा पर लगाया जुर्माना

SEBI ने हाल में ऐसे इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स के खिलाफ सख्ती बढ़ाई है, जो बगैर रजिस्ट्रेशन लोगों को इनवेस्टमेंट से जुड़ी सलाह दे रहे हैं। इसके लिए वे इनवेस्टर्स से फीस भी वसूलते हैं। मार्केट रेगुलेटर के नियमों के मुताबिक इनवेस्टमेंट एडवाइस देने के लिए सेबी में एडवाइजर का रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है। इस नियम का मकसद इनवेस्टर्स को संभावित नुकसान से बचाना है

अपडेटेड May 29, 2023 पर 9:49 AM
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इससे पहले फिनफ्लूएंसर (Finfluencer) PR Sundar पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया था। उन पर भी इनवेस्टमेंट एडवाइस देने में सेबी के नियमों के उल्लंघन का आरोप था।

SEBI ने इनवेस्टर्स को निवेश की सलाह देने वाली गुंजन वर्मा पर जुर्माना लगाया है। उन्हें सेबी एक्ट के उल्ल्घन का दोषी पाया गया है। वर्मा का बतौर इनवेस्टमेंट एडवाइजर सेबी में रजिस्ट्रेशन नहीं था। इसके बावजूद वह इनवेस्टर्स को निवेश से जुड़ी सलाह दे रही थीं। मार्केट रेगुलेटर (Market Regulator) के आदेश में कहा गया है कि वर्मा ने इनवेस्टमेंट एडवायजरी सर्विसेज से जुड़े सेबी के नियमों का उल्लंघन किया है। वह साल 2018 से ऐसा कर रही थीं। सेबी ने उन पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

पूरी फीस भी लौटाने का आदेश

SEBI ने वर्मा को क्लाइंट्स से इनवेस्टमेंट सलाह के लिए ली गई पूरी फीस लौटाने का भी आदेश दिया है। सीएनबीसी-टीवी18 ने यह खबर दी है। हाल में सेबी ने अनरजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स के खिलाफ अपनी सख्ती बढ़ाई है। इससे पहले फिनफ्लूएंसर (Finfluencer) PR Sundar पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया था। उन पर भी इनवेस्टमेंट एडवाइस देने में सेबी के नियमों के उल्लंघन का आरोप था। अब वह एक साल तक सिक्योरिटीज मार्केट में ट्रिडिंग नहीं कर सकेंगे।


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मार्केट रेगुलेटर ने बढ़ाई है सख्ती

कुछ समय पहले रजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स (RIAs) ने उनके और Finfluencers के बीच नियमों के मामले में भेदभाव पर आपत्ति जताई थी। उनकी दलील दी थी कि उन्हें इनवेस्टमेंट एडवाइस देने में सेबी के नियमों का पालन करना पड़ता है, जबिक अनरिजस्टर्ड एडवाइजर्स बगैर किसी रोकटोक के सलाह दे रहे हैं। इसके बाद मार्केट रेगुलेटर ने अपना रुख सख्त किया है।मार्केट रेगुलेटर ने न सिर्फ निवेशकों को फोन पर मिलने वाले इनवेस्टमेंट एडवाइस पर रोक लगाना चाहता है बल्कि वह यह भी पक्का करना चाहता है कि इनवेस्टमेंट एडवाइस देने में तय नियमों का किसी तरह से उल्ल्घंन नहीं होना चाहिए।

फाइनेंस मिनिस्टर जता चुकी है चिंता

फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण भी निवेशकों को मिलने वाली इस तरह की सलाह पर चिंता जता चुकी हैं। उन्होंने निवेशकों को उन पोन्जी ऐप्स को लेकर भी सावधान किया है, जो इनवेस्टर्स को फाइनेंशियल एडवाइजर्स दे रहे हैं। उन्होंने कहा था, "अगर 10 में से तीन या चार लोग हमें सही सलाह दे रहे हैं तो ऐसे करीब 7 लोग हैं, जो अपने फायदे के लिए इनवेस्टमेंट एडवाइस दे रहे हैं।"

नए निवेशकों को नुकसान

कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने शेयरों में निवेश शुरू किया था। इनमें कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें शेयर ट्रेडिंग का अनुभव नहीं है। ऐसे लोग फिनफ्लूएंसर के झांसे में आ जाते हैं। इससे उन्हें कई बार बड़ा लॉस उठाना पड़ता है।

MoneyControl News

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First Published: May 29, 2023 9:38 AM

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