SEBI in Action: स्टॉक मार्केट से जुड़ी जानकारियों को लेकर आम लोगों को गुमराह करने वालों के खिलाफ बाजार नियामक SEBI ने तगड़ी कार्रवाई की है। सेबी ने गुरुवार को अवधूत साठे ट्रेडिंग एकेडमी (Avadhut Sathe Trading Academy) और अवधूत साठे (Avadhut Sathe) से ₹546.2 करोड़ रुपये जब्त करने का निर्देश दिया। इसके अलावा सेबी ने इन्हें बिना रजिस्ट्रेशन के इंवेस्टमेंट एडवायजरी और रिसर्च एनालिस्ट सर्विसेज देने से भी रोक दिया है। साथ ही इन्हें अगले आदेश तक सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। इस मामले में सेबी ने125 पेज का ऑर्डर जारी किया है।
बाजार नियामक सेबी का कहना है कि इन दोनों एंटिटीज ने करीब 3.4 लाख निवेशकों से ₹601 करोड़ से अधिक जुटाए थे। हालांकि इन्होंने जरूरी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया और इसके बिना ही निवेश की सलाह और स्टॉक एनालिसिस के जरिए निवेशकों को भ्रामक तरीके से आकर्षित कर रहे थे और उन्हें शेयरों की खरीदारी-बिक्री के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। इसी को लेकर सेबी ने बड़ी कार्रवाई की है। हालांकि सेबी का कहना है कि यदि ये संस्थाएं एडुकेशनल एक्टिविटीज करना चाहती हैं तो उन्हें सिक्योरिटीज लॉज का पूरी तरह पालन करना होगा।
125 पेज के अपने आदेश में सेबी ने कहा कि ये एंटिटीज स्टॉक मार्केट एडुकेशन के नाम पर बिना रजिस्ट्रेशन के इंवेस्टमेंट ए़डवायजरी और रिसर्च एनालिस्ट सर्विसेज दे रही थीं और ट्रेनिंग सेशन के दौरान लाइव मार्केट डेटा का इस्तेमाल कर रही थी। सेबी ने यह भी कहा कि ये निवेशकों से भारी-भरकम फीस भी वसूल रही थीं। इसके अलावा सेबी ने पाया कि ये एंटिटीज सोशल मीडिया के जरिए गुमराह करने वाली जानकारी और विज्ञापन फैला रही थीं, जिनका लक्ष्य निवेशकों को स्टॉक मार्केट से तगड़े मुनाफे का झांसा देकर आकर्षित करना था।
FY2024 में सेबी ने की थी जांच
सेबी ने वित्त वर्ष 2023-24 में अवधूत साठे ट्रे़डिंग एकेडमी और अवधूत साठे के गतिविधियों की जांच की थी। इसमें पता चला कि ये दोनों एंटिटीज कोर्स में हिस्सा लेने वाले और निवेशकों के मुनाफे वाले ट्रेड्स पेश करते थे और दावा करते थे कि उनके साथ जुड़े लोगों को लगातार मुनाफा हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनके ट्रेनर्स स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स हैं। हालांकि सेबी की जांच में सामने आया कि उनके ट्रेनर्स, कोर्स में हिस्सा लेने वाले और निवेशक मुनाफे में नहीं बल्कि नेट लॉस में थे। मार्च 2024 में सेबी ने दोनों एंटिटीज को चेतावनी जारी की और उन्हें गलतबयानी और गिने-चुने यानी सेलेक्टिव खुलासों को लेकर आगाह किया था। हालांकि सेबी के मुताबिक इस चेतावनी के बावजूद दोनों एंटिटीज भ्रामक वीडियो जारी करती रहीं। सेबी को इन दोनों एंटिटीज के खिलाफ कुछ शिकायतें भी मिली थीं। इनके कोर्सेस से जुड़ने वाले कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि तगड़ा रिटर्न का वादा मिला था लेकिन उन्हें भारी-भरकम घाटा उठाना पड़ा।