सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने साफ कर दिया है कि वीकली ऑप्शंस बंद करने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। वीकली ऑप्शंस रोकने की खबरें गलत और बेबुनियाद हैं। सेबी चेयरमैन के बयान के बाद BSE के शेयरों में निचले स्तरों से 5 फीसदी की रिकवरी आई है। तुहिन कांत पांडे की टिप्पणी के बाद, निफ्टी कैपिटल मार्केट्स इंडेक्स इंट्राडे में 1.5 फीसदी तक की गिरावट के बाद हरे रंग में लौट आया है।
6 अगस्त को दोपहर 1 बजे के आसपास बीएसई के शेयर इंट्राडे में 2,282 रुपये के निचले स्तर तक गिरने के बाद 1 फीसदी बढ़कर 2,403 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। एंजेल वन के शेयर भी दिन में 2,542 रुपये के निचले स्तर तक गिरने के बाद 1 फीसदी बढ़कर 2,625 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। CAMS और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर भी 0.6 फीसदी और 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
तुहिन कांत पांडे के बयान से पहले,बीएसई और दूसरे कैपिटल मार्केट शेयरों में दूसरे दिन भी गिरावट जारी थी। ऐसी खबरें आईं थीं कि मार्केट रेग्युलेटर सट्टेबाजी को कम करने के उपाय के तहत वीकली एक्सपायरी पर अंकुश लगाने पर विचार कर रहा है और इसके स्थान पर पाक्षिक या मासिक एक्सपायरी लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
5 अगस्त को सीएनबीसी-टीवी18 ने बताया थी कि वित्त मंत्रालय और सेबी ने ऑप्शन वॉल्यूम को घटाने और कैश वॉल्यूम को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की है। चैनल ने यह भी बताया था कि वीकली एक्सपायरी पर अंकुश लगाने के अलावा, सेबी कैश मार्केट मार्जिन जरूरत को कम करने पर भी विचार कर सकता है। सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक सेबी वित्त मंत्रालय से कैश मार्केट ट्रांजेक्शन पर सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स कम करने और ऑप्शन ट्रेडिंग पर एसटीटी बढ़ाने पर विचार करने के लिए कह सकता है।