भारतीय बाजार में आज लगातार पिछले कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली है। कमजोर ग्लोबल संकेतों और सभी सेक्टरों में आई गिरावट के कारण निवेशकों में मंदी का डर घर कर गया है और वो बाजार में जोखिम लेने से बच रहे है। हाल ही में रुस-यूक्रेन की लड़ाई में आई तेजी और बैंक ऑफ इंग्लैंड की तरफ से बॉन्ड खरीद प्रोग्राम को आगे बढ़ाने की खबर के चलते बाजार में दबाव बढ़ा है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 फीसदी की गिरावट के साथ 57,147.32 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी 257.45 अंक यानी 1.49 फीसदी की गिरावट के साथ 16,983.55 के स्तर पर बंद हुआ है ।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के विनोद नायर का कहना है कि बढ़ते जियोपॉलिटिकल तनाव और ग्लोबल मंदी की मजबूती होती आशंका के बीच निवेशक जोखिम लेने से बच रहे है। महंगाई आंकड़ो के आने के पहले निवेशक काफी चौकनें दिख रहे है। जिसके चलते आईटी कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजे भी बाजार में जोश भरने में कामयाब नहीं हो रहे है।
ग्लोबल बाजार की तुलना में भारतीय बाजार की मंदी तुलनात्मक रुप से ज्यादा नहीं रही है। एफआईआई की तरफ से आई बिकवाली भी घरेलू निवेशकों की तरफ से हुई खरीदारी ने काफी हद तक भरपाई कर दी है।
आज के कारोबार में Divis Labs, IndusInd Bank, Nestle India, JSW Steel और Eicher Motors निफ्टी के टॉप लूजर रहे है जबकि . Axis Bank, Adani Enterprises और Asian Paints निफ्टी क टॉप गेनर रहे है।
आज के कारोबार में सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कामकाज कर रहा है। निफ्टी बैंक, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक, एनर्जी, आईटी और फार्मा में 1-2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
बीएसई का मेटल, आईटी और रियल्टी इंडेक्स में 2-3 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। ऑटो, कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, हेल्थकेयर , ऑयल एंड गैस और पावर शेयरों में 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। ब्रॉडर मार्केट की चाल पर नजर डाले तो बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 1 फीसदी टूटा है।
United Spirits, Divis Laboratories और Delta Corp में शॉर्ट बिल्टअप देखने को मिला।
Chalet Hotels, Jai Corp, Omax Autos, Reliance Industrial Infrastructure, Tata Chemicals और Ujjivan Financial Services ने बीएसई पर आज अपना 52 वीक हाई टच किया है।
इडिविजुअ स्टॉक्स पर नजर डालें तो आज Intellect Design Arena, Divis Laboratories और Aurobindo Pharma के वॉल्यूम में 200 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली।