Nifty at Record High: ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर दुनिया भर में स्टॉक मार्केट में बहार छाई हुई है। लंबे समय बाद घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स एक बार फिर नई हाई पर पहुंचा है। इससे पहले निफ्टी 50 (Nifty 50) पिछले साल 27 सितंबर 2024 को 26,277.35 के रिकॉर्ड हाई से काफी नीचे आ चुका था लेकिन रिकवरी करते हुआ आज 27 नवंबर 2025 को यह 26,295.55 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। 7 अप्रैल 2024 को यह 21,743.65 तक टूट गया था और इससे करीब 21% रिकवर होकर आज नई हाई पर पहुंचा है।
मार्केट की इस रौनक के बीच बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप ₹96 हजार करोड़ बढ़ गया यानी निवेशकों की दौलत ₹96 हजार करोड़ बढ़ी है। फिलहाल सेंसेक्स 272.23 प्वाइंट्स यानी 0.32% की बढ़त के साथ 85,881.74 और निफ्टी 72.40 प्वाइंट्स यानी 0.28% के उछाल के साथ 26,277.70 पर है।
निवेशकों की दौलत में ₹96 हजार करोड़ का इजाफा
एक कारोबारी दिन पहले यानी 26 नवंबर 2025 को बीएसई पर लिस्टेड सभी शेयरों का कुल मार्केट कैप ₹4,74,92,418.01 करोड़ था। आज यानी 27 नवंबर 2025 को मार्केट खुलने पर यह बढ़कर ₹4,75,88,427.46 करोड़ पर आ गया। इसका मतलब हुआ कि निवेशकों की पूंजी ₹96,009.45 करोड़ बढ़ गई है।
Sensex के 15 शेयर ग्रीन जोन में
सेंसेक्स पर 30 शेयर लिस्टेड हैं जिसमें 15 ग्रीन हैं। सबसे अधिक तेजी बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट में हैं। वहीं दूसरी तरफ जोमैटो की एटर्नल, अल्ट्राटेक सीमेंट और कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे अधिक गिरावट है। नीचे सेंसेक्स पर लिस्टेड सभी शेयरों के लेटेस्ट भाव और आज उतार-चढ़ाव की डिटेल्स देख सकते हैं-
बीएसई पर आज 3424 शेयरों की ट्रेडिंग हो रही हैं। इसमें 1904 शेयर मजबूत दिख रहे तो 1904 में गिरावट है जबकि 211 में कोई बदलाव नहीं दिख रहा। इसके अलावा 62 शेयर एक साल के हाई और 57 शेयर एक साल के निचले स्तर पर हैं। वहीं 89 शेयर अपर सर्किट पर पहुंच गए तो 63 शेयर लोअर सर्किट पर आ गए।
दरों में कटौती की क्यों बढ़ी उम्मीदें?
सोमवार को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि नीतिगत ब्याज दरों में और कटौती की गुंजाइश है। एक मीडिया इंटरव्यू में उन्हें कहा कि अक्टूबर में हुई पिछली एमपीसी मीटिंग में स्पष्ट रूप से बताया गया था कि नीतिगत दरों में कटौती की गुंजाइश है। उन्होंने आगे कहा कि उसके बाद से जो व्यापक आर्थिक आँकड़े मिले हैं, उनसे ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश कम हुई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में इस पर कोई फैसला होगा या नहीं, यह कमेटी पर निर्भर करता है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।