Services PMI : 5 फरवरी को जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में भारत से सर्विस सेक्टर का विस्तार जारी रहा है। फरवरी में इस सेक्टर का एचएसबीसी परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) छह महीने के उच्चतम 61.8 के स्तर पर आ गया है। 61.8 के स्तर पर आया ये आंकड़ा 24 जनवरी को जारी फ्लैश पीएमआई आंकड़े 61.2 से ज्यादा है। ये लगातार 30 वें महीने 50 के अहम स्तर से भी ऊपर बना हुआ है, जो इस सेक्टर के कारोबारी गतिविधि में विस्तार को संकुचन से अलग करता है। दिसंबर 2023 में सर्विसेज पीएमआई 59.0 पर थी।
गौरतलब है कि अगर PMI आंकड़ा 50 के ऊपर होता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में ग्रोथ हुई है। वहीं अगर ये आंकड़ा 50 के नीचे रहता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में संकुचन आया है।
तेज़ गति से हुआ नए कारोबार का विस्तार
एचएसबीसी के एक अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि जनवरी में नए कारोबार का विस्तार तेज़ गति से हुआ और भविष्य की गतिविधि के लिए मैनेजर्स की उम्मीदें मजबूत बनी रहीं। नए निर्यात व्यापार इंडेक्स में तेजी आई, जिससे संकेत मिलता है कि भारत का सर्विसेज एक्सपोर्ट मजबूत बना हुआ है। इस इंडेक्स को संकलित करने वाले एसएंडपी ग्लोबल के मुताबिक हालिया आंकड़ों से नए निर्यात ऑर्डर में "भारी उछाल" का संकेत मिला है।
एक्सपोर्ट ऑर्डरों की ग्रोथ रेट तीन महीने के हाई पर
आज आए इन आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में सर्विस प्रोवाइडरों को मिलने वाले एक्सपोर्ट ऑर्डरों की ग्रोथ रेट तीन महीने के उच्चतम स्तर पर रही है। अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, चीन, यूरोप, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका सहित दुनिया भर के ग्राहकों की ओर से मांग बढ़ती दिखी है। कुल मिलाकर, नए ऑर्डरों में बढ़ोतरी से जनवरी में रोजगार बढ़ने में मदद मिली है।
कीमत के मोर्चे पर देखें तो जनवरी में सर्विस प्रोवाइडरों के इनपुट लागत में और बढ़त देखने को मिली है। इसकी बढ़त दर पांच महीनों में सबसे ज्यादा और दीर्घकालिक औसत से ऊपर रही है।
कंपोजिट पीएमआई भी छह महीने के हाई पर
गौरतलब है कि सर्विस इंडेक्स की तरह ही कंपोजिट पीएमआई भी जनवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर 61.2 पर पहुंच गया है। 1 फरवरी को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले महीने मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई चार महीने के उच्चतम स्तर 56.5 पर था। कंपोजिट कंपोजिट पीएमआई, मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई और सर्विसेज पीएमआई का योग होता है।