Services PMI: मार्च में भारत के सर्विस सेक्टर में विस्तार देखने को मिला है। हालांकि इस सेक्टर का परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) फरवरी के 59.4 फीसदी के 12 साल के हाई से फिसलकर 57.8 के स्तर पर पर आ गया है। S&P ग्लोबल ने 5 अप्रैल को ये आंकड़े जारी किए हैं। बता दें कि फरवरी के स्तर से नीचे आने के बावजूद भी मार्च में भारत का सर्विसेस सेक्टर का पीएमआई 50 के ऊपर है। जो यह बताता है कि भारत के सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में लगातार 20वें महीने बढ़त देखने को मिली है। ये भी बता दें कि अगर पीएमआई आंकड़ा 50 के ऊपर होता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में ग्रोथ हुई है। वहीं अगर ये आंकड़ा 50 के नीचे रहता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में संकुचन आया है।
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े भी रहे थे मजबूत
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही मार्च महीने के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े भी आए थे। 3 अप्रैल को आए आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2023 में भारत का एस एंड पी ग्लोबल पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) फरवरी के 55.3 के स्तर से बढ़कर 56.4 के स्तर पर आ गया है। मार्च 2023 में लगातार 21वें महीने ये आंकड़ा 50 के ऊपर रहा है। 56.4 के स्तर पर मार्च 2023 का मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई का ये आंकड़ा तीन महीने का हाइएस्ट लेवल है।
कंपोजिट पीएमआई में भी गिरावट
इस तरह से दोनों को मिलाकर देखें तो कंपोजिट पीएमआई (मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेस दोनों पीएमआई मिलाकर) फरवरी के 59 के स्तर से गिरकर मार्च में 58.4 पर रहा है। S&P ग्लोबल ने कहा है कि मार्च के महीने में भारतीय कंपनियों की सेवाओं के लिए विदेशी मांग में काफी मजबूती देखने को मिली है। हालांकि S&P ग्लोबल ने ये भी कहा है कि मजबूत पीएमआई आंकड़ों के बावजूद मार्च में रोजगार के मामले में मामूली सुधार हुआ है।