Share Markets: शेयर बाजार रिकॉर्ड बनाने के बाद धड़ाम, इन 5 कारणों से सेंसेक्स दिन के हाई से 550 अंक टूटा
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजारों ने गुरुवार को नया रिकॉर्ड हाई छूने के बाद अपनी तेजी खो दी। शुरुआती कारोबार में रिकॉर्ड स्तर बनाने के बाद निवेशकों ने ऊंचे स्तरों पर मुनाफा वसूली शुरू कर दी। सेंसेक्स दिन के हाई से करीब 550 अंकों तक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 26,200 के नीचे आ गया। इससे दोनों इंडेक्स लाल निशान में फिसल गए
Share Market Today: सेंसेक्स के F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की आज गुरुवार को मंथली एक्सपायरी भी है
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजारों ने गुरुवार को नया रिकॉर्ड हाई छूने के बाद अपनी तेजी खो दी। शुरुआती कारोबार में रिकॉर्ड स्तर बनाने के बाद निवेशकों ने ऊंचे स्तरों पर मुनाफा वसूली शुरू कर दी। सेंसेक्स दिन के हाई से करीब 550 अंकों तक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 26,200 के नीचे आ गया। इससे दोनों इंडेक्स लाल निशान में फिसल गए। हालांकि इससे पहले दिन में, सेंसेक्स ने पहली बार 86,000 के स्तर को पार करते हुए 86,055.86 का नया ऑलटाइम हाई छुआ। निफ्टी ने भी कारोबार के दौरान 26,310.45 का नया ऑलटाइम हाई छुआ।
हालांकि दोपहर बाद मुनाफावसूली के चलते बाजार का सेंटीमेंट कमजोर हुआ। सेंसेक्स दिन के हाई से करीब 564 अंक गिरकर 85,491.23 तक फिसल गया। इसी तरह निफ्टी भी 26,150 के नीचे गिरकर 26,144.75 पर ट्रेड करता दिखा।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 5 बड़ी वजहें रहीं-
1) ऊंचे स्तर पर मुनाफा-वसूली
कई दिनों की तेजी के बाद निवेशकों ने रिकॉर्ड ऊंचे स्तरों पर मुनाफा वसूलना शुरू कर दिया। बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों को छोड़कर अधिकतर सेक्टर लाल निशान में चले गए, जिससे बाजार की बढ़त सीमित हो गई।
2) सेंसेक्स की मंथली एक्सपायरी
सेंसेक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स की आज गुरुवार को मंथली एक्सपायरी भी है। एक्सपायरी के दिन आमतौर पर पोजिशन रोलओवर या स्क्वायर-ऑफ करने की वजह से इंट्राडे में उतार-चढ़ाव काफी बढ़ जाता है।
3) मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में कमजोरी
सेंसेक्स और निफ्टी ने आज कारोबार के दौरान 14 महीने बाद नया रिकॉर्ड हाई छुआ। लेकिन इसके बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में शुरुआती कारोबार से ही गिरावट दिखी। इससे इन शेयरों में पिछले दो दिनों से जारी तेजी पर ब्रेक लगाया। प्रशांत ताप्से ने बताया, "सेंसेक्स और निफ्टी के ऑलटाइम हाई पर जाने के बावजूद, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों का एक बड़ा हिस्सा अभी भी करेक्शन जोन में हैं। इनमें कई सेक्टर लीडर्स भी शामिल हैं। अगली तेजी तभी टिकेगी जब अर्निंग ग्रोथ में वास्तविक सुधार, आर्थिक फंडामेंटल में स्थिरता और घरेलू निवेशकों की लगातार भागीदारी बनी रहे।"
4) टेक्निकल संकेत
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी 26,165 के ऊपर रहता तो तेजी कायम रहती, लेकिन 26,098 के नीचे फिसलने पर और मुनाफावसूली की आशंका बढ़ जाती है। मेहता इक्विटीज के प्रशांत ताप्से के मुताबिक बाजार का मूड पॉजिटिव है, लेकिन मौजूदा स्तरों से आगे की बढ़त सीमित रह सकती है।
5) रुपये में कमजोरी
भारतीय रुपया गुरुवार को अमेरिका डॉलर के मुकाबले 2 पैसे कमजोर होकर 89.24 पर कारोबार कर रहा था। ग्लोबल मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच डॉलर की इंपोर्टर डिमांड बनी रहने से डॉलर में मजबूती आई। विदेशी निवेश के बढ़ने और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट ने कुछ सहारा दिया, लेकिन ये दबाव को पूरी तरह कम नहीं कर सके।
टेक्निकल चार्ट्स से क्या मिल रहे संकेत?
SBI सिक्योरिटीज में टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च के हेड, सुदीप शाह का कहना है कि निफ्टी के लिए 26,250–26,300 का जोन अभी भी प्रमुख रेजिस्टेंस के तौर पर काम कर रहा है। अगर निफ्टी 26,300 के ऊपर टिकता है तो 26,500 और उसके बाद 26,800 तक की तेजी संभव है। वहीं, इसके लिए सपोर्ट 26,100–26,050 के आसपास देखा जा रहा है।
वहीं सेंसेक्स के लिए 85,900–86,000 का स्तर प्रमुख रेजिस्टेंस के तौर पर काम कर सकता है। सुदीप शाह ने कहा कि अगर सेंसेक्स 86,000 के ऊपर मजबूती से बंद होता है तो यह 86,500 और फिर 87,000 की ओर बढ़ सकता है। इसके लिए सपोर्ट अब 85,600–85,500 के रेंज में ट्रांसफर हो गया है।
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