Share Market Fall: शेयर बाजार का इन 4 कारणों से बिगड़ा मूड, सेंसेक्स 400 अंक टूटा, निफ्टी आया 26,100 के नीचे
Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को एक बार फिर गिरावट देखी गई। इसके साथ ही बाजार में पिछले दो दिनों से जारी तेजी सिलसिला टूट गया। कमजोर ग्लोबल संकेतों और बढ़ती अनिश्चितताओं के चलते शेयर मार्केट में शुरुआती कारोबार से ही गिरावट हावी रही
Share Market Falls: अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें भी कमजोर पड़ी हैं
Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को एक बार फिर गिरावट देखी गई। इसके साथ ही बाजार में पिछले दो दिनों से जारी तेजी सिलसिला टूट गया। कमजोर ग्लोबल संकेतों और बढ़ती अनिश्चितताओं के चलते शेयर मार्केट में शुरुआती कारोबार से ही गिरावट हावी रही। यह गिरावट ऐसे समय आई है जब एक दिन पहले ही बाजार ने अपने एक साल का उच्चतम स्तर छुआ था।
सुबह 10:30 बजे के करीब, सेंसेक्स 390.62 अंक या 0.46 प्रतिशत गिरकर 85,242.06 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 124.30 अंक या 0.47 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 26,067.85 पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी पर हिंडाल्को, टाटा स्टील और अदाणी पोर्ट के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1. ग्लोबाल मार्केट्स से कमजोर संकेत
शेयर मार्केट में आज की गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण विदेशी बाजारों की कमजोरी रही। एशियाई बाजारों में कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 3 प्रतिशत से ज्यादा गिरा, जबकि जापान का निक्केई 225 भी 2 प्रतिशत लुढ़क गया। शंघाई और हांगकांग के बाजार भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा, अमेरिकी बाजारों ने भी पिछले सत्र में कमजोरी दिखाई, जहां नैस्डेक 2.15 प्रतिशत गिरा, S&P 500 में 1.56 प्रतिशत की गिरावट आई और डॉव जोन्स 0.84 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। मनी मार्केट में भी अस्थिरता देखने को मिली, जहां जापानी येन 10-महीने के निचले स्तर के पास रहा और डॉलर लगातार मजबूत ट्रेंड दिखा रहा है।
2. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें पड़ीं कमजोर
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें भी कमजोर पड़ी हैं। सितंबर के रोजगार आंकड़ों ने यह संकेत दिया कि जॉब ग्रोथ तेज हुई है, जिससे दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई। उधर, फेडरल रिजर्व के गवर्नर लीजा कुक ने गुरुवार को दिए एक बयाान में स्पष्ट रूप से किसी संभावित रेट-कट का संकेत नहीं दिया। इसकी जगह उन्होंने प्राइवेट क्रेडिट मार्केट और हेज फंड गतिविधियों से जुड़े जोखिमों का जिक्र किया। इससे ग्लोबल इमर्जिंग बाजारों में निवेश को लेकर सेंटीमेंट कमजोर हुआ।
3. आईटी शेयरों में बिकवाली
आईटी शेयरों में भी भारी सेलिंग देखने को मिली। अमेरिकी टेक शेयरों में गिरावट और घटती वैल्यूएशन अपील के कारण घरेलू आईटी शेयर दबाव में रहे। एनविडिया के उम्मीद से बेहतर नतीजों के बावजूद अमेरिकी टेक शेयरों में गुरुवार को नाटकीय गिरावट देखने को मिली। इसने भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों पर सीधा असर डाला।
4. इंडिया VIX में उछाल
शेयर बाजार में अनिश्चितता बढ़ने का संकेत देने वाले इंडिया VIX इंडेक्स में शुक्रवार को उछाल देखने को मिली। इंडिया VIX इंडेक्स 13 प्रतिशत बढ़कर 13.68 पर पहुंच गया, जो बताता है कि ट्रेडर्स आगामी दिनों में बड़े उतार-चढ़ाव की आशंका जताए हुए हैं। आमतौर पर VIX का बढ़ना बाजार की घबराहट का संकेत माना जाता है।
अब आगे क्या?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी का एक महीने के ट्रेडिंग रेंज से ऊपर निकलना इस संभावना को मजबूत करता है कि इंडेक्स निकट भविष्य में 26,550 तक पहुंच सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि गुरुवार को निफ्टी का ऊपरी बोलिंजर बैंड के ऊपर जाना और फिर उसके नीचे क्लोज होना, यह संकेत देता है कि इंडेक्स की अपसाइड सीमित रह सकती है।
जेम्स ने कहा कि अगर निफ्टी 26,237 के ऊपर टिकने में विफल रहता है या 26,160 के नीचे फिसल जाता है, तो बाजार का झुकाव फिर से बियर्स की तरफ हो सकता है। ऐसे हालात में निफ्टी के 26,028–25,984 के स्तर तक नीचे आने की संभावना बन सकती है।
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