Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार 11 जून को मजबूत रिकवरी देखने को मिली। सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 450 अंक उछलकर 82,746.56 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी भी 25,200 के स्तर के पार निकलकर 25,220.40 तक चढ़ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, NTPC और टाटा स्टील जैसे दिग्गज शेयरों में खरीदारी के चलते शेयर बाजार को मजबूती मिली। सबसे अधिक खरीदारी ऑयल एंड गैस और एनर्जी शेयरों में देखने को मिली।
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, शेयर बाजार में इस तेजी के पीछे 6 मुख्य कारण रहे-
1. अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने बताया, "शेयर बाजार में मामूली बढ़त के साथ कंसॉलिडेशन के जारी रहने की संभावना है। अगर अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता को लेकर कोई पॉजिटिव खबर आती है, तो निफ्टी पर 25,100 से ऊपर का ब्रेकआउट कायम रह सकता है।"
2. विदेशी निवेशकों की लगातार खरीदारी
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) लगातार पांच दिनों से भारतीय बाजार में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं। मंगलवार 10 जून को उन्होंने शुद्ध रुप से 2,301.87 करोड़ रुयये का निवेश किया। एक्सपर्ट्स ने इस लगातार खरीदारी का श्रेय भारतीय रिजर्व की हालिया नीतियों को दिया। RBI ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी की कटौती की है, जिससे क्रेडिट ग्रोथ और बैंक मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
3. एशियाई बाजारों में मजबूती
बुधवार को एशियाई शेयर बाजारों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली। दक्षिण कोरिया के कोस्पी, जापान के निक्केई 225, चीन के एसएसई कंपोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग समेत लगभग सभी प्रमुख एशियाई इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। साथ ही वॉल स्ट्रीट भी बीती रात मजबूती के साथ बंद हुआ, जिससे भारतीय शेयर बाजार के सेंटीमेंट को सपोर्ट मिला।
विदेशी निवेश और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण भारतीय रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 6 पैसे बढ़कर 85.51 पर पहुंच गया। इससे भी बाजार को राहत मिली।
5. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.16 प्रतिशत गिरकर 66.76 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जिससे भारत जैसे तेल आयातक देशों को राहत मिली।
6. दिग्गज शेयरों में खरीदारी
बेंचमार्क इंडेक्स में तेजी की एक मुख्य वजह हैवीवेट शेयरों में तेजी भी रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब 2 प्रतिशत की तेजी आई और यह निफ्टी-50 पर ONGC के बाद दूसरा सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले शेयर के रूप में उभरा। इससे इंडेक्स को अहम सपोर्ट मिला।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट आनंद जेम्स ने बताया, "जब तक निफ्टी 25,068 से ऊपर बना रहता है, तब तक बाजार 25,235–25,460 की रेंज को छू सकता है। हालांकि 24,900–24,863 के नीचे कमजोरी के संकेत मिल सकते हैं और फिर ट्रेंड में बदलाव की पुष्टि के लिए 24,640 के स्तर के टूटने का इंतजार करेंगे।"
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