शेयर बाजार में इन 4 वजहों से तेजी; सेंसेक्स 400 अंक उछला, निफ्टी फिर 26,000 के पार

Share Market Rise: शेयर बाजार में सोमवार 17 नवंबर को सप्ताह के पहले दिन जोरदार तेजी देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों से मजबूत संकेत और बेहतर तिमाही नतीजों से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत रहा। सोमवार दोपहर करीब 2:15 बजे सेंसेक्स 386 अंक उछलकर 84,949 पर कारोबार कर रहा था

अपडेटेड Nov 17, 2025 पर 3:28 PM
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Share Market Rise: सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है

Share Market Rise: शेयर बाजार में सोमवार 17 नवंबर को सप्ताह के पहले दिन जोरदार तेजी देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों से मजबूत संकेत और बेहतर तिमाही नतीजों से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत रहा। सोमवार दोपहर करीब 2:15 बजे सेंसेक्स 386 अंक उछलकर 84,949 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 110 अंकों की मजबूती के साथ 26,019 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीदारी जारी रही। निफ्टी मिडकैप100 आधे प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप-100 में 0.62% की तेजी देखने को मिली।

शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 4 बड़े कारण रहें-


1. बैंकिंग शेयरों की जबरदस्त रैली

बैंक निफ्टी सोमवार को नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और सुबह के कारोबार में यह 0.8 प्रतिशत या 451 अंक उछलकर 58,968 के नए ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। बैंक निफ्टी में शामिल सभी 12 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। बैंकिंग शेयरों में यह तेजी इस खबर के बाद आई की RBI ने एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड सेक्टर्स के लिए एक स्पेशल विंडो खोला है। इस कदम से निर्यातकों की चिंताओं में कमी आने के साथ-साथ बैंकों को भी लाभ होने की उम्मीद है।

केनरा बैंक, AU स्मॉल फाइनेंस बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे शेयरों में कारोबार के दौरान 1.8 से 2.5% तक की तेजी देखने को मिली।

2. बिहार चुनाव के नतीजों का असर

बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी गठबंधन की प्रचंड जीत ने शेयर बाजार में स्थिरता और पॉलिसी कॉन्टिन्यूटी की उम्मीदों को और मजबूत किया। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि चुनावी नतीजे निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूत करेंगे और सरकार को आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने की अधिक स्वतंत्रता देंगे।

Motilal Oswal ने कहा कि ये चुनाव नतीजे ऐसे समय में आए हैं, जब सरकार ने हाल में कई आर्थिक सुधार किए हैं। साथ ही FII पहले ही भारी बिकवाली कर चुके हैं। ऐसे में अब भारतीय बाजारों में ऊपर की ओर टिकाऊ रैली की संभावनाएं बन रही हैं।

3. बेहतर तिमाही नतीजे

सितंबर तिमाही के कॉरपोरेट नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के एनालिस्ट्स के अनुसार, इस बार मिड-कैप कंपनियों का प्रदर्शन लार्ज-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों से बेहतर रहा। निफ्टी 50 अभी अपने रिकॉर्ड स्तर से लगभग 1.2% नीचे है, जबकि स्मॉल-कैप भी उच्चतम स्तर से 0.7% ही नीचे हैं।

एनालिस्ट्स का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में कमाई और बेहतर होने की उम्मीद है, क्योंकि सरकार की खपत बढ़ाने वाली नीतियां असर दिखाएंगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार के मुताबिक, कंपनियों का नेट प्रॉफिट पिछले छह तिमाहियों में सबसे तेज 10.8% बढ़ा है। फेस्टिव सीजन और डिस्क्रिशनरी स्पेंडिंग, तीसरी तिमाही के नतीजों को और मजबूत बना सकती है।

bअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 200 से ज्यादा फूड आइटम्स पर से टैरिफ हटाने का ऐलान किया है, जिससे ग्लोबल बाजारों ने कुछ राहत की सांस ली है। इससे कमोडिटी और फूड सप्लाई चेन पर दबाव कम होने की उम्मीद बढ़ गई है।

क्या कहते हैं टेक्निकल चार्ट?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि निफ्टी में 26,130 से 26,550 की रेंज के भीतर स्थिरता बनी रह सकती है। हालांकि, अगर निफ्टी 26,130 के ऊपर टिकने में नाकाम रहा या 25,840 के नीचे फिसल गया, तो बाजार की रफ्तार कमजोर पड़ सकती है।

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