Sharvaya Metals IPO Listing: एलुमिनियम के प्रोडक्ट्स बनाने वाली शर्वया मेटल्स के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 4 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹196 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹219.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 11.73 % का लिस्टिंग गेन (Sharvaya Metals Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह ₹208.05 (Sharvaya Metals Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 6.15% मुनाफे में हैं।
Sharvaya Metals IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
शर्वया मेटल्स का ₹58.80 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-9 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 4.83 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.28 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 6.09 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 6.31 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹49 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 5 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं।
ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹5.17 करोड़ सिविल कंस्ट्रक्शन और इलेक्ट्रिफिकेशन, ₹20.40 करोड़ प्लांट और मशीनरी की खरीदारी, ₹9.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Sharvaya Metals के बारे में
वर्ष 2014 में बनी शर्वया मेटल्स एलुमिनियम के प्रोडक्ट्स बनाती है। यह एलॉयड इनगॉट्स, बिलेट्स, स्लैब्स, शीट्स, और इलेक्ट्रिक वेईकल बैट्री एनक्लोजर्स बनाती है और इन्हें निर्यात भी करती है। इसके प्रोडक्ट्स के ग्राहक कुकवेयर, कंज्यूमर एप्लाएंसेज, ऑटोमोटिव और डिफेंस सेक्टर की कंपनियां हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.95 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में फिसलकर ₹1.54 करोड़ पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा तेजी से बढ़कर ₹12.51 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 26% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹112.76 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹14.92 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹13.47 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹14.97 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹3.09 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹40 लाख से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹15.25 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।