ग्लोबल मार्केट्स में बिकवाली बढ़ गई है। इसका असर 5 अगस्त को एशियाई बाजारों पर दिखा। प्रमुख एशियाई बाजार तेज गिरावट के साथ खुले। इंडियन मार्केट्स में भी तेज गिरावट देखने को मिली। अमेरिका में रोजगार के डेटा से बेरोजगारी बढ़ने के संकेत मिले हैं। इस वजह से अमेरिकी बाजारों में गिरावट बढ़ी है। जापान की करेंसी येन में मजबूती की वजह से दूसरे एसेट क्लास में कैरी ट्रेड में पॉजिशन घटा है। इससे भी ग्लोबल मार्केट्स पर दबाव बढ़ा है। मशहूर मार्केट एनालिस्ट रसेल नेपियर ने अपनी रिपोर्ट में पिछले हफ्ते लिखा था कि चीन और जापान की मॉनेटरी पॉलिसी के स्ट्रक्चर में करीब संबंध है। अमेरिका में एसेट्स प्राइसेज में गिरावट आएगी जिससे ज्यादातर निवेशकों को बड़ा झटका लगेगा।