Shree Refrigerations IPO Listing: श्री रेफ्रिजेरेशंस के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 187 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹125 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹169.85 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 35.88% का लिस्टिंग गेन (Shree Refrigerations Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹177.70 (Shree Refrigerations Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह ₹175.40 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 40.32% मुनाफे में हैं।
Shree Refrigerations IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
श्री रेफ्रिजेरेशंस का ₹117.33 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-29 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 187.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 167.32 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 197.01 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 195.05 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹94.52 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹2 की फेस वैल्यू वाले 18.25 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹70.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Shree Refrigerations के बारे में
वर्ष 2006 में बनी श्री रेफ्रिजेरेशंस एचवीएसी सिस्टम्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स पोर्टफोलियो में एयर और वाटर-कूल्ड कंटेंसिंग यूनिट्स, चिलर्स और स्प्रे डैंपेनिंग सिस्टम्स हैं। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ऑटोमोटिव, मरीन, प्रिंट मीडिया, केमिकल, फार्मा और जनरल इंजीनियरिंग सेक्टर्स में होता है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी महाराष्ट्र के कराड में है। यह क्लाइंट्स की जरूरतों के मुताबिक और इंजीनियरिंग इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से चिलर्स, टेस्ट इक्विपमेंट, मरीन एचएवीएस सिस्टम्स और प्रिंटिग चिलर्स जैस प्रोडक्ट्स कस्टमाइज फैब्रिकेशन सर्विसेज के साथ ऑफर करती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹2.57 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹11.53 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹13.55 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 39% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹99.10 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹32.07 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹36.80 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹39.73 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।