Shanti Gold IPO Listing: गोल्ड ज्वैलरी बनाने वाली शांति गोल्ड इंटरनेशनल के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 80 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹199 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹229.10 और NSE पर ₹227.55 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 15% का लिस्टिंग गेन (Shanti Gold Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹238.40 (Shanti Gold Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में बीएसई पर यह ₹229.20 पर बंद हुआ है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 15.18% मुनाफे में हैं। यह इस महीने अगस्त की पहली मेनबोर्ड लिस्टिंग है।
Shanti Gold IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
शांति गोल्ड का ₹300.13 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-29 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 80.78 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 117.33 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 151.17 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 29.73 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 1,80,96,000 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹46.30 करोड़ जयपुर में प्रस्तावित फैसिलिटी के कैपिटल एक्सपेंडिचर, ₹200.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹17.00 करोड़ कर्ज चुकाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Shanti Gold International के बारे में
वर्ष 2003 में बनी शांति गोल्ड इंटरनेशनल क्यूबिक जिर्कोनिया स्टोन के साथ हाई क्वालिटी के 22 कैरट (22kt CZ) के गोल्ड के गहने बनाती है। यह चूड़ी, अंगूठी, हार और पूरा सेट बनाती है। शादियों जैसे खास मौके के अलावा यह त्यौहारी और हर दिन पहने जाने लायक गहने भी तैयार करती है। मुंबई के अंधेरी ईस्ट में 13,448.86 स्क्वेयर फीट में फैली इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है जिसकी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी 2,700 किग्रा है। इसका कारोबार देश के 15 राज्यों और 1 यूनियन टेरिटरीज में फैला हुआ है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹19.82 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹26.87 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹655.84 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 27% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,112.47 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹165.34 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹210.68 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹233.00 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।