Shree Tirupati Balajee IPO Listing: पैकेजिंग सर्विसेज मुहैया कराने वाली श्री तिरुपति बालाजी के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 124 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 83 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 92.90 रुपये और NSE पर 90.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 11.93 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Shree Tirupati Balajee Listing Gain) मिला। स्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 97.54 रुपये (Shree Tirupati Balajee Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 17.52 फीसदी मुनाफे में हैं।
Shree Tirupati Balajee IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
श्री तिरुपति बालाजी का ₹169.65 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 5-9 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 124.74 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 150.87 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 210.12 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 73.22 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 122.43 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 56.90 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, सब्सिडियरीज के कर्ज चुकाने के लिए उसमें निवेश, वर्किंग कैपिटल की बढ़ी हुई जरूरतों, सब्सिडियरीज की वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए उनमें निवेश और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Shree Tirupati Balajee Agro Trading के बारे में
अक्टूबर 2001 में बनी श्री तिरुपति बालाजी एग्रो ट्रेडिंग कंपनी बड़े फ्लेक्सिबल बैग्स और बुने हुए फैब्रिक और टेप जैसे फ्लेक्सिबल इंटरमीडिएट बल्क कंटेनर्स (FIBCs) बनाती है। इसकी बिक्री दुनिया भर में होती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल केमिकल्स, एग्रोकेमिकल्स, फूड, माइनिंग, वेस्ट डिस्पोजल, एग्रीकल्चर, लुब्रिकेंट्स और एडिबल ऑयल इत्यादि में होता है। इसका कारोबार तीन सब्सिडयिरीज हॉनरेबल पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, श्री तिरुपति बालाजी FIBC लिमिटेड और जगन्नाथ प्लास्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए होता है। इसके पांच मैनुफैक्चरिंग यूनिट्स हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 13.66 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 20.72 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 36.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 10 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 552.82 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।