नई ऊंचाई छूने के बावजूद, 22 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में बाजार दबाव में रहा। भारत में बढ़ते कोविड-19 मामलों की चिंताओं के कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली बढ़ती दिखी। इसके चलते बाजार की पिछले 7 हफ्ते की तेजी थमती दिखी। 22 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में बीएसई सेंसेक्स 0.52 फीसदी या 376.79 अंक की गिरावट के साथ 71,106.96 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 107.25 अंक या 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ 21,349.40 पर बंद हुआ। 20 दिसंबर को, सेंसेक्स और निफ्टी ने 71,913.07 और 21,593 का नया हाई हिट किया। इस हफ्ते के दौरान मिड और स्मॉलकैप ने भी नया हाई लगाया लेकिन लेकिन सपाट से निगेटिव नोट पर बंद हुए।
सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 3 फीसदी गिरकर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी मीडिया इंडेक्स 2 फीसदी टूट गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.4 फीसदी नीचे बंद हुआ है। जबकि निफ्टी मेटल इंडेक्स 1 फीसदी नीचे बंद हुआ है। दूसरी ओर, निफ्टी एफएमसीजी और फार्मा इंडेक्सों में साप्ताहिक आधार पर 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) इस हफ्ते नेट सेलर रहे क्योंकि उन्होंने 6,422.24 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 9,093.99 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। हालांकि, दिसंबर में अब तक एफआईआई ने 23,310.82 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है। वहीं, डीआईआई ने 12,276.19 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है।।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स 42,648.86 की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। लेकिन सप्ताहिक आधार पर सपाट नोट पर समाप्त हुआ। पीसी ज्वैलर, सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग, गैलेंट इस्पात, संगम (भारत), और हिंदुस्तान कॉपर 20-60 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुए हैं। जबकि आईआईएफएल फाइनेंस, ऑलकार्गो गति, सनटेक रियल्टी, मैन इंडस्ट्रीज (भारत), हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट्स और स्पेंसर रिटेल में गिरावट देखने को मिली।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
5paisa.com के रुचित जैन का कहना है कि बीते हफ्ते में हमारे बाजारों में हफ्ते के मध्य में कुछ मुनाफावसूली देखने को मिली जिसके चलते बेंचमार्क इंडेक्स के साथ-साथ ब्रॉडर मार्केट में तेज से गिरावट आई। लेकिन हमें सप्ताह के निचले स्तर से निफ्टी फिर से वापसी करते दिखा और अंत में 21,300 के ऊपर बंद हुआ। बीते हफ्ते के दौरान, निफ्टी ने 21,500-21,600 का हाई लेवल हिट किया। यहां से हमें कुछ मुनाफावसूली देखने को मिली क्योंकि हालिया तेजी के बाद आरएसआई रीडिंग काफी ओवरबॉट हो गई थी। मोमेंटम ऑसीलेटर से शॉर्ट टर्म करेक्शन के संकेत मिल रहे हैं। लेकिन निफ्टी के अहम सपोर्ट अभी तक टिके हुए हैं। ऐसे में यह एक टाइम वाइज करेक्शन हो सकता है। निफ्टी के लिए 20,850-20,900 या 20 DEMA पर मजबूत सपोर्ट दिख रहा है। अगर ये सपोर्ट कायम नहीं रह पाता तो इसमें करेक्शन बढ़ सकता है। वहीं अगर ये करेक्शन कायम रहता है तो फिर निफ्टी 20,850-21,500 बड़े ट्रेडिंग रेंज में घूमता दिख सकता है।
सैमको सिक्योरिटीज के ओम मेहरा का कहना है कि एक हफ्ते में निफ्टी 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 21,323.2 पर बंद हुआ। इसने क्रिसमस की छुट्टियों से पहले मंदी के ग्लोबल ट्रेंड के मुताबित पिछले 7 हफ्तों से चल रही तेजी को रोक दिया।
तकनीकी रूप से देखें तो निफ्टी ने एक दिन की तेज गिरावट के बाद 21,000 के आसपास सपोर्ट लिया और यहां से मजबूती दिखाई। निफ्टी के लिए अब तक ये लेवल मजबूत सपोर्ट का काम करता रहा है। निफ्टी का 20-डे सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) अगला बड़ा सपोर्ट है जो 20,830 के स्तर के आसपास स्थित है। ऊपर की तरफ अगर निफ्टी 21,600 के स्तर को तोड़ता है तो फिर इसमें 21,750-21,800 का स्तर देखने को मिल सकता है।
बाजार में इस समय सावधानी बरतने की सलाह होगी क्योंकि कुछ सेक्टर ओवरबॉट जोन में अब इनमें मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। अगर बाजार में कोई मुनाफावसूली को इसका सबसे ज्यादा असर मिड और स्मॉल-कैप इक्विटीज पर पड़ सकता है।
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