Small-caps rally : 14 अगस्त को समाप्त हुए हफ्ते में भारतीय बाजारों ने 6 सप्ताह की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। बेंचमार्क इंडेक्सों के साथ ही ब्रॉडर मार्केट में भी तेजी रही। बीएसई मिड और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने 3 सप्ताह की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। जबकि लार्जकैप इंडेक्स ने भी अमेरिका और भारत से सकारात्मक आंकड़ों के बाद 6 सप्ताह की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। बाजार को रिटेल महंगाई के अच्छे आंकड़ों, उम्मीद के मुताबिक आए नतीजों, रुपये में आई मजबूती और तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा मिला।
बीते हफ्ते बीएसई लार्ज-कैप और मिड-कैप इंडेक्सों में 1-1 फीसदी की बढ़त हुई, जबकि बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी की बढ़त हुई। इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 739.87 अंक या 0.92 फीसदी बढ़कर 80,597.66 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 268 अंक या 1.10 फीसदी बढ़कर 24,631.30 पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सातवें हफ्ते भी बिकवाली जारी रखी और 10,172.64 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 17वें हफ्ते भी अपनी खरीदारी जारी रखी और 18,999.76 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
अगस्त माह में अब तक एफआईआई ने 24,191.51 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची है और डीआईआई ने 55,795.28 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी है।
सेक्टोरल मोर्चे पर, निफ्टी हेल्थकेयर और फार्मा इंडेक्स में 3.5-3.5 फीसदी, निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 2.7 फीसदी और निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और एफएमसीजी इंडेक्स में 0.5-0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स 0.4 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ, जिसमें यात्रा ऑनलाइन का योगदान 55 फीसदी की बढ़त के साथ सबसे ऊपर रहा। इसके बाद एचबीएल इंजीनियरिंग, एनएमडीसी स्टील, जेएम फाइनेंशियल, रिको ऑटो, ईआईएच और वीएसटी टिलर्स ट्रैक्टर्स के शेयर रहे। सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में पीजी इलेक्ट्रोप्लास्ट, एनआईबीई, कैमलिन फाइन साइंसेज, बेस्ट एग्रोलाइफ, मार्कसंस फार्मा और एक्शन कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट शामिल रहे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी का कहना है कि तकनीकी रूप से बाजार के सीमित दायरे में रहने के संकेत मिल रहे हैं तथा लंबे वीकेंड के दौरान भू-राजनीतिक घटनाओं पर बाजार की नजरें रहेंगी।
वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक पॉजिटिव कैंडल बनाया जिससे बाजार में तेजी लौटती दिखी। 24300-24200 के आसपास क्लस्टर सपोर्ट की स्थिति यहां से किसी भी गिरावट पर मज़बूत सपोर्ट प्रदान कर सकती है। हालांकि, 24700 के रेजिस्टेंस से ऊपर जाने पर निकट भविष्य में 25,000 के स्तर की ओर जाने का रास्ता खुल सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि जब तक इंडेक्स 24,337 से ऊपर बना रहेगा, तब तक ओवरऑल ट्रेंड तेजी का ही रहेगा। ऊपर की और निफ्टी के लिए 24,660 और 24,850 पर रेजिस्टेंस है, जबकि 24,337 से नीचे गिरने पर फिर से मंदी का दौर शुरू हो सकता है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।