Stock Crash: एनबीएफसी सेक्टर की कंपनी सम्मान कैपिटल (पूर्व में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस) के शेयरों में बुधवार 19 नवंबर को तेज गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 13.5 फीसदी तक गिरकर 158.19 रुपये के स्तर पर आ गए। यह गिरावट कंपनी को सुप्रीम कोर्ट से लगे झटके बाद आई है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों लगाई फटकार?
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान CBI और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) की “दोस्ताना जांच” पर गंभीर सवाल उठाए। अदालत ने कहा कि कंपनी पर जिस तरह के गंभीर आरोप लगे हैं, उसमें जांच एजेंसियों का यह रवैया उचित नहीं है।
CBI और ED के लिए अगला कदम
सुप्रीम कोर्ट ने CBI को स्पष्ट शब्दों में FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि शुरुआती जांच में इतने तथ्य मिले हैं, जो आगे की विस्तृत जांच की मांग करते हैं। इसी बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी अदालत को बताया कि उसने दिल्ली और मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के समक्ष कई शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अदालत ने ED, SBI, SEBI और SFIO (सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस) के अधिकारियों की ज्वाइंट बैठक की उम्मीद जताई। ED ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि यह बैठक दो सप्ताह के भीतर आयोजित की जाएगी।
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका (PIL) पर हो रही थी, जिसमें आरोप था कि कंपनी के खिलाफ कई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं को नजरअंदाज किया गया है। कोर्ट ने कहा कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि कई ऐसे बिंदु हैं जिनकी गहन जांच जरूरी है और FIR दर्ज करना उचित कदम है।
CBI को FIR दर्ज करने के आदेश आते ही सम्मान कैपिटल के शेयरों में जोरदार बिकवाली देखी गई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 13.5 फीसदी तक टूट गए। हालांकि, बाजार को थोड़ा सहारा तब मिला जब सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि वह कंपनी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की मेरिट पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 17 दिसंबर को होगी।
दोपहर सवा 3 बजे के करीब, सम्मान कैपिटल के शेयर करीब 13.5 फीसदी की गिरावट के साथ 158.19 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। हालांकि पिछले 6 महीने में इस शेयर में करीब 26 फीसदी तक की तेजी देखी गई है।
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।