Market news : बाजार पर जियोपॉलिटिकल टेंशन हावी है। सेंसेक्स-निफ्टी 0.25 फीसदी तक कमजोर हैं। बैंक निफ्टी भी ऊपर से हल्का हुआ है। हालांकि मिडकैप शेयरों में निचले स्तरों से रिकवरी आई है। मिडकैप इंडेक्स में आज के लो से 900 प्वाइंट का सुधार देखने को मिला है। ऐसे में सवाल है कि आगे इंडेक्स की चाल कैसे रह सकती है और इसमें कमाई के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए। इस पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज के साथ हैं मोतीलाल ओसवाल (MOFSL)के चंदन तापड़िया।
चंदन तापड़िया ने निफ्टी पर बात करते हुए कहा कि निफ्टी में 27 सितंबर को इलेक्शन के दिन के लो से लगभग 81 दिन पूरे हुए हैं। इलेक्शन के दिन का लो 21281 पर स्थित है। यहां से बाजार ने 81 दिनों में करीब 5000 अंकों की तेजी देखी। अभी हाल का लाइफ टाइम हाई था वह 26277 था। 81 डे गेन के हिसाब से बहुत अहम स्तर है और ये 9 का स्क्वैयर नबंर भी है। ऐसे में लग रहा था कि एक साइकिल पूरी हुई है। इसके चलते बाजार में एक करेक्टिव मूव या कंसोलीडेटिव मूव आ सकता है।
निफ्टी के लिए 24850 की स्तर काफी अहम, बनी रहे नजर
चंदन ने आगे कहा कि आमतौर पर जब भी ऐसा होता है तो 9 के स्क्वैयर में बाजार 6-9 दिन का करेक्टिव या कंसोलीडेटिव मूव देता है। हालांकि बाजार में गिरावट की संभावना थी। लेकिन इतनी बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं थी। अब अगर नए समीकरण से बात करें तो जो 27 सितंबर का टॉप बना है उसके बाद बाजार में 5 दिन नए टॉप बने हैं। अब 3 दिन बाजार को कंसोलीडेट करना होगा। ऐसे में बाजार में दो बातें हो सकती है। पहली या तो निफ्टी 3 दिन इसी रेंज में रह जाए या फिर इसमें और करेक्शन आ जाए। कहीं न कहीं निफ्टी के लिए 24850 की स्तर काफी अहम है। इस पर नजरें रहनी चाहिए। तीन दिन के हिसाब से देखें तो अगर बाजार को मजबूती दिखानी है तो निफ्टी में अगला ट्रिगर 9 या 10 अक्टूबर को आएगा।
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