Stock picks : DAM कैपिटल के पसंदीदा स्टॉक्स जो 3 साल में दोगुना कर सकते हैं आपकी वेल्थ, इनसे न चूके नजर
Stock picks: डीएएम कैपिटल के मुताबिक मजबूत घरेलू टेंडर पाइपलाइन और मध्य पूर्व और सार्क देशों से आ रही मांग के चलते अगले कुछ सालों में केईसी इंटरनेशनल के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कारोबार में तेजी आएगी। कुबोटा के साथ तालमेल से मिलने वाले फायदे के दम पर अगले दशक में एस्कॉर्ट्स एक नई ऊंचाई पर जाता दिख सकता है
Stock picks : डीएएम कैपिटल के विश्लेषकों का कहना है कि टीवीएस मोटर, आईडीबीआई फर्स्ट बैंक सहित 11 दूसरे स्टॉक 3 साल की अवधि में मौजूदा स्तर से दोगुना हो सकते हैं
Stock picks : इस साल अब तक भारतीय इक्विटी मार्केट में अच्छी मजबूती देखने को मिली है। वर्तमान कैलेंडर ईयर में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी में 8 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। दिग्गजों के साथ ही छोटे-मझोले शेयरों में भी बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में बीएसई के मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स में 28 फीसदी की तेजी आई है। ऐसे माहौल में डीएएम कैपिटल के विश्लेषकों ने ऐसे शेयरों की सूची जारी की है जिनके बारे में उनका अनुमान है कि वे 3 साल की अवधि में मौजूदा स्तर से दोगुना हो सकते हैं। यहां हम आपके लिए ये सूची दे रहे हैं।
डीएएम कैपिटल के मुताबिक मजबूत घरेलू टेंडर पाइपलाइन और मध्य पूर्व और सार्क से आ रही मांग के चलते अगले कुछ सालों में केईसी इंटरनेशनल के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन (टीएंडडी) कारोबार में तेजी आएगी। इसके अलावा, रेलवे में प्रतिस्पर्धा कम होने और सिविल में लगातार बनी तेजी के कारण कंपनी की कमाई बढ़ने की संभावना है। वित्त वर्ष 2023-25 की अवधि में कंपनी की आय में सालाना आधार पर 39 फीसदी की दर से बढ़त हो सकती है।
ट्रेंट भारत की लीडिंग रिटेलर है। वेस्टसाइड, ज़ुडियो, स्टार इसके जाने-पहचाने ब्रांड हैं। ट्रेंट ने ग्लोबल ब्रांड ज़ारा के साथ ज्वाइंटवेंचर करार भी कर रखा। वेस्टसाइड के वर्तमान स्टोर की संख्या 221 है, जबकि ज़ुडियो के 338 ब्रांड आउटलेट हैं। बाजार जानकारों को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 तक वेस्टसाइड स्टोर की संख्या लगभग 310 स्टोर तक बढ़ जाएगी। इसमें वित्त वर्ष 24-26 के दौरान 12 फीसदी सालाना ग्रोथ हो सकती है। उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 तक ज़ुडियो में सालाना आधार पर 32 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिलेगीऔर इसके स्टोर्स की संख्या बढ़कर 900 के आसपास हो जाएगी।
बाजार जानकारों का कहना है कि कुबोटा के साथ तालमेल से मिलने वाले फायदे के दम पर अगले दशक में एस्कॉर्ट्स एक नई ऊंचाई पर जाता दिख सकता है। इसके अलावा, उनका मानना है कि कुबोटा के साथ तालमेल के चलते अगले 4-5 सालों में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में 1.50- 2 फीसदी की बढ़त हो सकती है।
बाजार जानकारों का मानना है कि निर्यात के लिए 3000 करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक और गैर-ऑटो सेक्टर पर फोकस करने से कंपनी की निर्यात से होने वाली कमाई में बढ़ोतरी होगी। सरकार का स्वदेशीकरण पर बढ़ता फोकस और डिफेंस प्रोडक्ट्स के लॉन्च पर जोर के चलते अगले दशक में भारत फोर्ज के लिए डिफेंस सेक्टर में शानदार मौके होंगे।
बाजार जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 के अर्निंग के 71 गुने और वित्तवर्ष 2025 के अर्निंग के 51 गुने का वैल्यूएशन, प्रोजेक्ट को पूरा करने का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड और मजबूत कॉर्पोरेट गर्वनेंस कंपनी को लंबी अवधि के नजरिए से शानदार दांव बनाता है। जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष 2024-25 की अवधि में कंपनी को 1400 करोड़ रुपए की नकद कमाई हो सकती है।
बाजार जानकारों का कहना है कि कंपनी के एक्सपोर्ट में आगे डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है जो अगले दशक में इसको मजबूत आधार देगी। आगे स्टॉक में अर्निंग अप-ग्रेड और री-रेटिंग देखने को मिल सकती है।
इस प्राइवेट सेक्टर बैंक के लागत ढ़ांचे में सुधार देखने को मिल रहा है। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में इसका रिटर्न ऑन इक्विटी 12 फीसदी पर रहा है। बाजार जानकारों का कहना है कि आगे इसमें और सुधार देखने को मिलेगा। वित्त वर्ष 2025 में बैंक का रिटर्न ऑन इक्विटी 13.5 फीसदी पर आ सकता है। बैंक के रिटेल लोन सेगमेंट में आ रहे ग्रोथ एसेट क्वालिटी में सुधार का फायदा मिलेगा।
कंपनी के कारोबार में बुनियादी मजबूती, मजबूत नेटवर्क और कम लागत के चलते प्रति उपभोक्ता कमाई में बढ़ कर सकने की क्षमता कंपनी को निवेश लिहाज से एक बेहतर दांव बनाती है। बायबैक और डिवीडेंड पर कंपनी के निरंतर फोकस ने दूसरी प्लेटफ़ॉर्म कंपनियों के तुलना में कंपनी को काफी बेहतर बना दिया है।
फैन, दूसरे इलेक्ट्रिक उपकरण और लाइटिंग सेगमेंट में नई टेक्नोलॉजी और नए तरह के प्रोडक्ट लाने से कंपनी को फायदा होगा। देश में रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी से भी कंपनी को ग्रोथ के अच्छे मौके मिलेंगे।
ईवी स्पेसिफिक प्रोडक्ट्स पर कंपनी के फोकस और अगले 2-3 साल में ईवी सेगमेंट से 1500 करोड़ रुपए का रेवेन्यू टारगेट कंपनी के ओवर ऑल ग्रोथ में अहम भूमिका निभाते दिखेंगे। विश्लेषकों को उम्मीद है कि इंडस्ट्री के मजबूत प्रदर्शन और हाई अर्निंग सीएजीआर के चलते अगले 3-5 सालों में कंपनी के वैल्यूएशन में विस्तार होगा।
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