खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी के मुताबिक सरकार चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य को बढ़ाने पर विचार कर रही है। जल्द ही मंत्रियों के समूह के पास प्रस्ताव भेजा जायेगा। इस पूरी खबर को बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता असीम मनचंदा ने बताया कि चीनी मैन्युफैक्चरर्स की मांग के चलते अब चीनी की मिठास महंगी पड़ेगी। चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य बढ़ाने पर विचार जारी है। इस पर सरकार नए शुगर सीजन में फैसला लेगी। चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य को बढ़ाने के लिए जल्द मंत्रियों के समूह से मंजूरी ली जाएगी।
बता दें कि चीनी मैन्युफैक्चरर्स ने न्यूनतम बिक्री मूल्य बढ़ाने की मांग की है। कंपनियों ने न्यूनतम बिक्री मूल्य 39 रुपए करने की मांग की है। सरकार ने 2019 में चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य 31 रुपए तय की थी। पिछले 5 साल से कीमतों में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। मिलों के मुताबिक सरकार फॉर्मूले के आधार पर बिक्री मूल्य बढ़ाए। शुगर मिलों के संगठन ISMA का कहना है कि शुगर इंडस्ट्री बढ़ती लागत की चुनौतियों से जूझ रही है। लागत बढ़ने से इंडस्ट्री को काफी घाटा हुआ है। अगर सरकार चीनी की मिनिमम सेलिंग प्राइस बढ़ाती है तो चीनी इंडस्ट्रीज को इससे मदद मिलेगी।
ISMA के प्रेसिडेंट मांडवा प्रभाकर ने हाल में सीएनबीसी आवाज़ के साथ हुई बातचीत में कहा था कि अगर सरकार चीनी मैन्युफैक्चरर्स की मांग को मानती है तो इस फैसले से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
इस खबर के चलते EID पैरी, मवाना, द्वारिकेष शुगर और त्रिवेणी इंजीनियरिंग में 2 से 3 परसेंट तक की तेजी देखने को मिली है। EID पैरी 27.60 रुपए यानी 3.53 फीसदी की तेजी के साथ 810 रुपए के आसपास बंद हुआ है। स्टॉक का दिन का हाई 815.50 रुपए रहा। वहीं, मवाना शुगर 3.35 रुपए यानी 3.26 फीसदी की तेजी लेकर 106 रुपए के ऊपर बंद हुआ है। आज का इसका दिन का हाई 106.89 रुपए और दिन का लो 104 रुपए है।
द्वारिकेष शुगर भी 1.76 रुपए यानी 2.82 फीसदी की बढ़त के साथ 64.28 रुपए के स्तर पर बंद हुआ है। त्रिवेणी इंजीनियरिंग भी 14.10 रुपए यानी 3.50 फीसदी की तेजी के साथ 417.15 रुपए पर बंद हुआ है। आज का इसका दिन का हाई 419 रुपए है।