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Sun Pharma News: साफ-सफाई से नहीं बन रही दवाईयां! अमेरिकी नियामक ने पकड़ी गड़बड़ी

Sun Pharma News: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी सन पार्मा के शेयरों पर आज मजबूत मार्केट सेंटिमेंट में भी बिकवाली का दबाव दिख रहा है। अमेरिकी दवा नियामक संस्था USFDA ने इसके प्लांट की जांच की और इस जांच के बाद यूएसएफडीए ने इसे करंट गुड मैनुफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (cGMP) की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी कंसल्टेंट की सर्विसेज लेने को कहा है

अपडेटेड Jul 03, 2024 पर 11:58 AM
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अमेरिकी दवा नियामक ने सन फार्मा की दादरा में स्थित फैसिलिटी की जांच की थी।

Sun Pharma News: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी सन पार्मा के शेयरों पर आज मजबूत मार्केट सेंटिमेंट में भी बिकवाली का दबाव दिख रहा है। अमेरिकी दवा नियामक संस्था USFDA ने इसके प्लांट की जांच की और इस जांच के बाद यूएसएफडीए ने इसे करंट गुड मैनुफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (cGMP) की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी कंसल्टेंट की सर्विसेज लेने को कहा है। इसने सन फार्मा के शेयरों पर आज दबाव बना दिया। फिलहाल BSE पर यह 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 1522.60 रुपये के भाव (Sun Pharma Share Price) पर है। इंट्रा-डे में यह 1.58 फीसदी टूटकर 1500.00 रुपये के भाव तक टूट गया था। सन फार्मा की दादरा यूनिट में ओरल सॉलिड डोजेज तैयार की जाती हैं और यहां जेनेरिक Revlimid भी बनता है जो हाल ही में डॉ रेड्डीज जैसी कई फार्मा कंपनियों की तेज बिक्री के लिए अहम साबित हुई थीं।

Sun Pharma की जांच में क्या पाया USFDA ने

अमेरिकी दवा नियामक ने सन फार्मा की दादरा में स्थित फैसिलिटी की जांच की थी। सीएनबीसी-टीवी-18 को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक इसमें यूएसएफडी ने पाया कि सफाई नहीं है और इक्विपमेंट भी सही से सैनिटाइज नहीं हो रहे हैं। सन फार्मा की दादरा फैसिलिटी को अमेरिकी नियामक ने 18 जून को ही वार्निंग लेटर जारी कर दिया था। इस फैसिलिटीज की जांच पिछले साल 4-15 दिसंबर के बीच हुई थी। इस साल अप्रैल में इस फैसिलिटी को ऑफिशियल एक्शन इंडिकेटेड (OAI) स्टेटस जारी किया गया था।


सन फार्मा ने अपनी जांच में पाया कि यह इक्विपमेंट की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन को बनाए रखने में फेल रही। इसके अलावा जांच में यह भी सामने आया कि इसके कंपोनेंट्स या एक बैच में खामियों की जांच करने में भी फेल रही। खास बात ये है कि अमेरिकी दवा नियामक ने पाया कि दादरा फैसिलिटी पर पहली बार ऐसी खामियां नहीं मिली है। इसके अलावा सिर्फ दादरा ही नहीं बल्कि कंपनी के कई साइट्स पर खामियां मिली हैं।

अमेरिकी दवा नियामक का कहना है कि बार-बार फेल्योर से यह संकेत मिलता है कि दवाईयों के निर्माण की निगरानी और प्रोसेस पर नियंत्रण पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा कुछ ऐसे तथ्य भी मिले हैं जिससे संकेत मिल रहा है कि सन फार्मा में इफेक्टिव क्वालिटी सिस्टम नहीं है। ऐसे में यूएसएफडीए ने सन फार्मा को एक कंसल्टेंट रखने को कहा है कि जो करंट गुड मैनुफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (cGMP) की जरूरतों पर सहयोग करेगी।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल

सन फार्मा के शेयर पिछले साल 7 जुलाई 2023 को एक साल के निचले स्तर 1,028.35 रुपये पर थे। इस निचले स्तर से 9 महीने में यह 59 फीसदी से अधिक उछलकर 5 अप्रैल 2024 को 1,638.70 रुपये पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और फिलहाल रिकॉर्ड हाई से यह करीब 7 फीसदी डाउनसाइड है।

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