Super Iron Foundry IPO Listing: सुपर आयरन फाउंड्री के शेयरों की आज बीएसई एसएमई पर रेड जोन में लगभग फ्लैट एंट्री हुई है और इसके बाद टूटकर यह लोअर सर्किट पर आ गया। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.56 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 108 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 107.95 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन नहीं मिला। लिस्टिंग के बाद और झटका तब लगा जब शेयर और नीचे आए। टूटकर यह 102.60 रुपये (Super Iron Foundry Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 5 फीसदी घाटे में हैं।
Super Iron Foundry IPO के पैसे कहां होंगे खर्च
सुपर आयरन फाउंड्री का ₹68.05 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 मार्च तक खुला था। यह इश्यू ओवरऑल 1.56 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 1.79 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 63,01,200 नए शेयर जारी होंगे। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹29 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹16 करोड़ कर्ज चुकाने और 15.24 करोड़ आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Super Iron Foundry के बारे में
जुलाई 1988 में बनी सुपर आयरन फाउंड्री म्यूनिसिपल कास्टिंग्स, डक्टाइल आयरन पाइप फिटिंग्स, ऑटोमोटिव कास्टिंग्स, एग्रीकल्चरल कास्टिंग्स (रोलर्स और क्रॉसस्किल्स), रेलवे कास्टिंग्स और कास्ट-आयरन काउंटरवेट्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में सीवरेज, टेलीकॉम इत्यादि से जुड़े प्रोजेक्ट्स में होता है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2022 में इसे 88 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 1.28 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 3.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 8 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 156.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 9.53 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 94.91 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।