Suzlon Energy shares: रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में तगड़ा उछाल आ सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म UBS ने शेयर पर दोबारा 'बाय' रेटिंग दी है। उसने सुजलॉन के शेयरों में करीब 32% तेजी आने का अनुमान जताया है। आइए जानते हैं कि UBS किस वजह से सुजलॉन के शेयरों पर बुलिश है और उसने क्या टारगेट दिया है।
सुजलॉन पर क्यों बुलिश है UBS?
UBS के मुताबिक, सुजलॉन एनर्जी को लगातार बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं। उसकी एग्जीक्यूशन कैपेसिटी यानी ऑर्डर को निपटाने की क्षमता भी काफी बेहतर है। इसीलिए UBS ने सुजलॉन पर बुलिश रुख अपनाया है। उसने सुजलॉन के लिए ₹78 प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया है। यह बुधवार के बंद भाव से 31.6% की संभावित तेजी दिखाता है।
टाटा पावर से मिला बड़ा ऑर्डर
सुजलॉन को टाटा पावर से 838 मेगावाट का ऑर्डर मिला है। यह सुजलॉन का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है और टाटा पावर की तरफ से तीसरा ऑर्डर। प्रोजेक्ट में सुजलॉन के 266 S144 विंड टरबाइन लगाए जाएंगे, जिनकी क्षमता 3.15 मेगावाट प्रति टरबाइन होगी।
कुल 838 मेगावाट क्षमता वाला यह प्रोजेक्ट तीन राज्यों में लगाया जाएगा- कर्नाटक (302 मेगावाट), महाराष्ट्र (271 मेगावाट) और तमिलनाडु (265 मेगावाट)।
बढ़ी ऑर्डर बुक, UBS का अनुमान कायम
इस ऑर्डर के बाद सुजलॉन की ऑर्डर बुक 6.5 गीगावाट से ज्यादा हो गई है। FY26 की शुरुआत से अब तक कंपनी 1.8 गीगावाट ऑर्डर हासिल कर चुकी है। यह UBS के FY26 अनुमान (3.5 गीगावाट) के मुताबिक है। यह दिखाता है कि कंपनी लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही है।
सुजलॉन का अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी से मिला था, जिसकी क्षमता 1,544 मेगावाट थी।
सीईओ का बयान और मैनेजमेंट अपडेट
सुजलॉन ग्रुप के सीईओ जेपी चलसानी ने कहा, 'यह फैक्ट कि टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी हमें बार-बार पार्टनर चुन रही है, हमारे ‘मेड इन इंडिया’ इनोवेशन और मजबूत एक्जीक्यूशन क्षमता का सबूत है।' चलसानी ने यह भी साफ किया कि हाल ही में प्रमोटर्स द्वारा की गई ब्लॉक डील मुख्य रूप से कैश जुटाने के लिए थी और उनका बिजनेस से लंबे समय का जुड़ाव जारी रहेगा।
उन्होंने पिछले महीने CNBC-TV18 से बातचीत में बताया था कि कंपनी नए सीएफओ की तलाश में है। मौजूदा सीएफओ हिमांशु मोदी चार साल की पारी के बाद पद छोड़ चुके हैं।
सुजलॉन एनर्जी के शेयर बुधवार को 0.49% की बढ़त के साथ 59.27 रुपये पर बंद हुए। पिछले 6 महीने में स्टॉक 8.75% चढ़ा है। हालांकि, पिछले 1 साल में 27.72% गिरा है। सुजलॉन का 52 वीक का हाई लेवल 85.40 रुपये और लो-लेवल 46.15 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 80.98 रुपये है।
सुजलॉन एनर्जी दुनिया की सबसे विंड एनर्जी कंपनियों में से एक है। यबह बाजार में हिस्सेदारी के मामले में एशिया में चौथी सबसे बड़ी विंड टरबाइन निर्माता है
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