दिल्ली एनसीआर के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर में शुमार टार्क के शेयर आज धड़ाम से गिर गए। बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने टार्क के बहीखाते की जांच शुरू की तो निवेशक घबरा उठे। इसके चलते शेयरों को बेचने की ऐसी होड़ बची कि कोई खरीदार ही नहीं बचा जिसके चलते शेयर टूटकर लोअर सर्किट पर गए और दिन के आखिरी में भी BSE पर यह 10 फीसदी के लोअर सर्किट 189.55 रुपये के भाव (Tarc Share Price) पर बंद हुआ है। आज की गिरावट को लेकर टार्क के शेयर इस साल करीब 40 फीसदी मजबूत हुए हैं और इस महीने 14 फीसदी से अधिक कमजोर।
TARC के बही-खाते की क्यों ही रही जांच?
सेबी ने टार्क के बही-खाते की जांच के लिए एक फोरेंसिक ऑडिटर नियुक्त किया है। कंपनी के वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2023 के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स की समीक्षा होगी। ऑडिट की वजह बताते हुए सेबी ने कंपनी को एक पत्र में कहा कि सेबी का मानना है कि कंपनी की वित्तीय जानकारी और कारोबारी लेन-देन का खुलासा इस तरीके से किया गया है, जो निवेशकों या सिक्योरिटीज मार्केट्स या सिक्योरिटीज मार्केट से जुड़े लोगों के हितों के लिए हानिकारक हो सकता है।
वहीं कंपनी का कहना है कि सेबी की तरफ से मांगी गई सभी जानकारियों को मुहैया कराया जा रहा है। टार्क ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इस मामले में जो भी होगा, उसकी जानकारी एक्सचेंजों को दी जाएगी। टार्क का कहना है कि इस मामले का कंपनी की वित्तीय सेहत और कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा। टार्क का यह भी कहना है कि इस ऑडिट से शेयरहोल्डर्स का कंपनी में भरोसा और बढ़ेगा।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
टार्क के शेयरों ने निवेशकों की शानदार कमाई कराई है। 19 मार्च 2024 को यह 126.15 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 7 महीने में यह 118 फीसदी से अधिक उछलकर 7 अक्टूबर 2024 को 275.50 रुपये के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस हाई से यह 31 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।