Tata Capital IPO Listing: टाटा सन्स की सब्सिडरी और कई प्रकार की फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराने वाली टाटा कैपिटल के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में 1% से अधिक प्रीमियम पर एंट्री हुई। ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम यानी GMP जीरो हो गया था। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.96 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹326 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹329.30 और NSE पर ₹330.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 1% से अधिक लिस्टिंग गेन (Tata Capital Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों को थोड़ी ही देर में झठका लगा, जब शेयर टूट गए। टूटकर BSE पर यह ₹326.15 (Tata Capital Share Price) पर आ गया। निचले स्तर पर रिकवरी के साथ यह ₹332.80 तक पहुंचा था। दिन के आखिरी में यह ₹330.40 पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 1.35% मुनाफे में हैं।
Tata Capital IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
टाटा कैपिटल का ₹15,511.87 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 6-8 अक्टूबर तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 1.96 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 3.42 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.98 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.10 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 2.92 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹6,846.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 26,58,24,280 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी टियर-1 कैपिटल बेस बढ़ाने में करेगी।
टाटा कैपिटल एक एनबीएफसी है जो कंज्यूमर लोन, कॉमर्शियल फाइनेंस, वेल्थ मैनेजमेंट, इंवेस्टमेंट बैंकिंग, प्राइवेट इक्विटी और क्लीनटेक फाइनेंस जैसी सर्विसेज ऑफर करती है। देश भर में इसके डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में 1,516 ब्रांचेज हैं जो देश के 27 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज के 1109 लोकेशंस पर हैं।
टाटा कैपिटल के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹2,945.77 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹3,326.96 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर ₹3,655.02 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 44% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹13,637.49 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में इसे ₹1,040.93 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹7,691.65 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हुई।
कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹1,13,335.91 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹1,48,185.29 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹2,08,414.93 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹11,899.32 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹18,121.83 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹24,299.36 करोड़ पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो जून 2025 के आखिरी में इस पर ₹2,11,851.60 करोड़ का कर्ज था और रिजर्व और सरप्लस में ₹29,260.88 करोड़ थे।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।