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Tata Capital Shares: टाटा कैपिटल के शेयर होल्ड करें, बेचें या गिरावट पर निवेश बढ़ाएं?

Tata Capital Stocks: जेएम फाइनेंशियल ने कहा है कि Tata Capital (TCL) देश की बड़ी एनबीएफसी में से एक है। इसकी लोन बुक काफी डायवर्सिफायड है। इसे टाटा समूह का सपोर्ट हासिल है। टाटा कैपिटल को सबसे हाई 'AAA/Stable' क्रेडिट रेटिंग हासिल है। इससे कंपनी को आसानी से कम इंटरेस्ट रेट पर फंड मिल जाता है

अपडेटेड Oct 13, 2025 पर 3:38 PM
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टाटा कैपिटल ने 2007 में ऑपरेशन शुरू करने के बाद से 73 लाख कस्टमर्स को लोन दिए है।

टाटा कैपिटल के शेयर 13 अक्टूबर को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो गए। प्रति शेयर 330 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले शेयर 1.2 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुए। ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने इस स्टॉक को कवरेज शुरू किया है। उसने इस स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है। इसका टारगेट प्राइस 360 रुपये दिया है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयरों में मौजूदा प्राइस से 9 फीसदी की तेजी आ सकती है।

लोन बुक में रिटेल फाइनेंस की 61 फीसदी हिस्सेदारी

जेएम फाइनेंशियल ने कहा है कि Tata Capital (TCL) देश की बड़ी एनबीएफसी में से एक है। इसकी लोन बुक काफी डायवर्सिफायड है। इसे टाटा समूह का सपोर्ट हासिल है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "टीसीएल का प्रोडक्ट मिक्स काफी डायवर्सिफायड है। इसके प्रमुख रूप से 25 से ज्यादा तरह के प्रोडक्ट हैं, जिन्हें तीन बिजनेसेज में बांटा गया है। इसके लोन बुक में रिटेल फाइनेंस की हिस्सेदारी 61 फीसदी, SME की 26 फीसदी और कॉर्पोरेट लोन की 13 फीसदी है।"


हाई रेटिंग की वजह से कम इंटरेस्ट पर मिलता है क्रेडिट

ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, टाटा कैपिटल को सबसे हाई 'AAA/Stable' क्रेडिट रेटिंग हासिल है। इससे कंपनी को आसानी से कम इंटरेस्ट रेट पर फंड मिल जाता है। हालांकि सेक्योर्ड लोन की ज्यादा हिस्सेदारी और बैंकों के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा से इसका नेट इंटरेस्ट मार्जिन 5.5 फीसदी है, जो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले कम है। इसका रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 2.1 से 2.5 फीसदी (FY23/FY24) है। जेएम फाइनेंशियल ने FY25-27 के दौरान एयूएम की सीएजीआर 20 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है।

इकोनॉमिक स्लोडाउन का असर बिजनेस पर पड़ेगा

जेएम फाइनेंशियल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि FY26 के बाद टाटा कैपिटल की क्रेडिट कॉस्ट में गिरावट आएगी। इससे FY25-27 के दौरान पीएटी की सीएजीआर करीब 34 फीसदी रहेगी, जिससे FY26/FY27 के दौरान RoA/RoE 1.9/13.2 फीसदी होगा। ब्रोकरेज फर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "एयूएम ग्रोथ और RoE प्रोफाइल के आधार TCL के शेयरों में CIFC और HDB के बीच ट्रेड होना चाहिए।" ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि इकोनॉमिक स्लोडाउन का असर टाटा कैपिटल की एयूएम ग्रोथ, एनआईएम एक्सपैंशन में देर, हायर क्रेडिट कॉस्ट और रेगुलेटरी रिस्प पर पड़ेगा।

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निवेशकों को क्या करना चाहिए?

टाटा कैपिटल ने 2007 में ऑपरेशन शुरू करने के बाद से 73 लाख कस्टमर्स को लोन दिए है। कंपनी के पास इंडिया में तेजी से बढ़ते फाइनेंशियल सर्विसेज मार्केट का फायदा उठाने का मौका है। इसका बिजनेस मॉडल काफी डायवर्सिफायड है। रिटेल, कॉर्पोरेट और हाउसिंग फाइनेंस में इसकी अच्छी पैठ है। जेएम फाइनेंशियल का कहना है कि ऐसे इनवेस्टर्स जिन्हें यह स्टॉक मिला है, वे इसे लंबी अवधि के लिए अपने पास बनाए रख सकते हैं। जिन निवेशकों को आईपीओ में यह स्टॉक नहीं मिला है, वे इसकी कीमतें गिरने पर इसमें निवेश कर सकते हैं।

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