FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) के शेयरों में आज उछाल आया है। इस समय यह स्टॉक 2.22 फीसदी की बढ़त के साथ 859.55 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। दरअसल, ब्रोकरेज फर्म Citi ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का कवरेज शुरू किया है। यही वजह है कि स्टॉक को लेकर निवेशकों का सेंटीमेंट बेहतर हुआ है।
21 फीसदी के उछाल की संभावना
ब्रोकरेज फर्म Citi ने इस स्टॉक के लिए 1020 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। इस हिसाब से टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयरों में शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 21 फीसदी के उछाल की संभावना है। इस स्टॉक का 52-वीक हाई 877.20 रुपये और 52-वीक लो 686.60 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 79,792.81 रुपये हो गया है।
एक अन्य ब्रोकरेज हाउस, नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी एफएमसीजी कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को अपनी पसंदीदा स्टॉक के रूप में चुना है। ब्रोकरेज ने इस स्टॉक के लिए अपना टारगेट प्राइस 3.3 फीसदी बढ़ाकर 925 रुपये कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म को मजबूत ग्रोथ की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि लोकल प्लेयर्स से बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी, नए प्रोडक्ट्स और डिस्ट्रिब्यूशन में विस्तार के चलते कंपनी में ग्रोथ की मजबूत संभावना है। इसके अलावा, ब्रोकरेज फर्म को यह भी उम्मीद है कि कंपनी अपनी कोर कैटेगरी में स्थिति मजबूत करेगी। इसका कंपनी की कुल बिक्री में योगदान 27 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है, जो कि पहले 15 फीसदी था।
FY23-26 के लिए सिटी के अनुमानों के अनुसार टाटा कंज्यूमर के राजस्व में 12 फीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) हासिल होने की संभावना है। वहीं, कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) 17 फीसदी और नेट प्रॉफिट 22 फीसदी होने की संभावना जताई गई है।
ये हो सकते हैं रिस्क फैक्टर्स
हालांकि, ऐसे कई जोखिम भी हैं जो एफएमसीजी कंपनी के विकास की संभावनाओं में बाधा बन सकते हैं। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक अल नीनो के चलते डिमांड रिकवरी में संभावित देरी, कमोडिटी कॉस्ट और फॉरेन एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव और कंपटीटिव इंटेंसिटी में बढ़ोतरी कुछ अहम जोखिम हैं।
कैसा रहा है शेयरों का प्रदर्शन
Tata Consumer Products के शेयरों ने पिछले एक महीने में 8 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयरों में महज 11 फीसदी की तेजी देखी गई है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 13 फीसदी चढ़ चुके हैं। पिछले एक साल में इसने 18 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 5 सालों में इसमें 220 फीसदी की रैली देखी गई है।