Credit Cards

टाटा मोटर्स का शेयर 4% चढ़ा, मोतीलाल ओसवाल को इसमें अभी 17% अपसाइड की उम्मीद

MOFSL का कहना है कि मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिति में रिकवरी, कंपनी-स्पेसिफिक वॉल्यूम, मार्जिन ड्राइवर्स और फ्री कैश फ्लो में तेज सुधार आने से टाटा मोटर्स को फायदा होगा

अपडेटेड Sep 21, 2022 पर 7:25 PM
Story continues below Advertisement
MOFSL द्वारा टाटा मोटर्स में 17 प्रतिशत की संभावित तेजी के साथ कवरेज शुरू करने के बाद आज स्टॉक में 4 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली
     
     
    live
    Volume
    Todays L/H
    Details

    टाटा ग्रुप की ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयरों में आज अच्छी तेजी नजर आई। टाटा मोटर्स के शेयरों में 4 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हुई। ये आज 20 सितंबर (मंगलवार) को 443.20 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसके पीछे की वजह ये रही कि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services (MOFSL) को इसमें 17 प्रतिशत की संभावित तेजी दिखाई दे रही है।

    मोतीलाल ओसवाल ने 520 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ कार निर्माता कंपनी के शेयर पर अपनी 'खरीदारी' की रेटिंग बनाए रखी है। दोपहर 3:12 बजे ये ऑटो शेयर बीएसई पर 1.9 प्रतिशत ऊपर 433.7 रुपये पर कारोबार कर रहा था। लगातार चार सत्रों की गिरावट के बाद आज शेयर में तेजी आई है।

    घरेलू ब्रोकरेज फर्म का मानना ​​​​है कि टाटा मोटर्स के शेयर धीरे-धीरे रिकवर हो जायेंगे क्योंकि जगुआर लैंड रोवर (Jaguar Land Rover (JLR) के लिए आपूर्ति-पक्ष के की दिक्कतें आसान होती जा रही हैं। भारत के कारोबार के लिए कमोडिटी हेडविंड स्थिर होते जा रहे हैं।


    मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिति में रिकवरी, कंपनी-स्पेसिफिक वॉल्यूम, मार्जिन ड्राइवर्स और फ्री कैश फ्लो में तेज सुधार से कंपनी को फायदा होगा। इसके अलावा जेएलआर और इंडिया बिजनेस दोनों में लीवरेज से ऑटो कंपनी को फायदा होगा।

    कंपनी ने कहा कि प्रीमियम सेगमेंट में डिमांड चिंता का विषय नहीं है। मैक्रो हेडविंड अभी भी डिमांड पर असर डाल सकते हैं। कंपनी की ऑर्डर बुक अभी भी बढ़ रही है। इसमें कैंसलेशन की दर अभी भी बहुत कम है। ब्रोकरेज फर्म ने 20 सितंबर की अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि कंपनी की ऑर्डर बुक अब उत्पादन के तीन-चौथाई के बराबर है। इसलिए डिमांड पर कोई भी असर चार तिमाहियों के बाद ही दिखाई देगा।

    CE Infosystems के शेयर ने लगाई 5% की छलांग, जानिये आखिर क्यों लगे स्टॉक को पंख

    मोतीलाल ओसवाल ने अपनी ब्रोकरेज रिपोर्ट में आगाह किया है कि जेएलआर के लिए सबसे बड़ी दिक्कत सेमीकंडक्टर की आपूर्ति है।"

    "सबसे ज्यादा सेमीकंडर का उपयोग होने के कारण जेएलआर अभी सबसे अधिक असर पड़ सकता है। डिफेंडर, आरआर और आरआर स्पोर्ट का इसकी ऑर्डर बुक 60 प्रतिशत शेयर है और यह बढ़ रहा है।

    मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि सेमीकंडक्टर की किल्लत अभी भी जेएलआर के लिए महत्वपूर्ण अड़चन बनी हुई है। ये इसके मुनाफे और कैश फ्लो को प्रभावित कर रही है।

    मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक जेएलआर का फोकस उच्च-मार्जिन वाले उत्पादों के लिए उपलब्ध सेमीकंडक्टर को प्राथमिकता देने पर है।

    (डिस्क्लेमरः  Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें। )

     

     

     

    हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।