टाटा पावर ने रिन्यूएबल एनर्जी पर अपना फोकस काफी बढ़ाया है। आने वाले महीनों में कंपनी को इसका फायदा मिलने की उम्मीद है। कंपनी की सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी 100 फीसदी लेवल पर ऑपरेट कर रही है। कंपनी के सोलर ईपीएस बिजनेस के पास 15,264 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं। नई फैसिलिटी में ऑपरेशन शुरू होने के बाद कंपनी मॉड्यूल्स और सेल्स की ज्यादा उपलब्धता का फायदा उठाने की कोशिश करेगी।
सोलर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस का शानदार प्रदर्शन
सितंबर तिमाही में Tata Power के सोलर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस की रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर 104 फीसदी रही है। इस बिजनेस का प्रॉफिट बढ़कर 11 गुना हो गया। इससे कंपनी के कोर पावर जेनरेशन और डिस्ट्रिब्यूशन बिजनेस के कमजोर प्रदर्शन की कुछ हद तक भरपाई हुई।
कोर बिजनेस के प्रदर्शन पर मानसून सीजन का असर
टाटा पावर के कोर बिजनेस पर मानसून के लंबे सीजन का असर पड़ा। इसके अलावा कोल कंवेयर में तकनीकी खराबी की वजह से मुंदरा प्रोजेक्ट में प्लांट एवलेबिलिटी कम रही। दूसरी तिमाही में कंपनी के स्टैंडएलोन बिजनेस का रेवन्यू 9 फीसदी घट गया। इसे छोड़ दिया जाए तो T&D बिजनेस और रिन्यूएबल बिजनेस का प्रदर्शन अच्छा रहा।
कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 6 फीसदी बढ़ा
दूसरी तिमाही में कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू की ग्रोथ फ्लैट रही। साल दर साल आधार पर इसमें 0.3 फीसदी की मामूली गिरावट आई। लेकिन, EBITDA साल दर साल आधार पर 18 फीसदी ज्यादा रहा। इसकी बड़ी वजह यह है कि रिन्यूएबल और टीएंडडी बिजनेस का प्रदर्शन अच्छा रहा। लेकिन, ज्यादा टैक्स पेमेंट की वजह से कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सिर्फ 6 फीसदी बढ़कर 927 करोड़ रुपये रहा।
दूसरी छमाही में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
डिमांड में रिकवरी, बेहतर प्लांट एवेलिबिलिटी और कुछ दूसरी वजहों से FY25 की दूसरी छमाही में कोर बिजनेस का प्रदर्शन और मुनाफा बेहतर रहने की उम्मीद है। Tata Power ने FY25 में 20,000 करोड़ रुपये पूंजीगत खर्च का प्लान बनाया था। कंपनी अब तक 9,000 करोड़ रुपये का खर्च कर चुकी है। ट्रांसमिशन में कंपनी के पास 4,633 सर्किट किलोमीटर (CKM) का ऑपरेशनल पोर्टफोलियो है। अभी यह अतिरिक्त 2,416 CKM पर काम कर रही है।
रिन्यूएबल बिजनेस के पास 15,200 करोड़ रुपये के ऑर्डर
रिन्यूएबल बिजनेस में कंपनी के पास 15,200 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं। नई फैसिलिटी चालू होने और अच्छी डिमांड का फायदा कंपनी को मिलेगा। कंपनी ने 1000 मेगावॉट स्टोरेज प्रोजेक्ट्स में निवेश के लिए एप्रूवल हासिल कर लिया है। रिन्यूएबल बिजनेस में क्षमता विस्तार कुछ सुस्त रहा है, लेकिन नई फैसिलिटी शुरू होने से आगे इसकी रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है।
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पिछले कुछ हफ्तों में टाटा पावर के स्टॉक्स की कीमतें गिरी हैं। सितंबर में यह स्टॉक 492 रुपये तक पहुंच गया था। अब यह गिरकर 429 रुपये पर आ गया है। FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के 28 गुना पर इसमें ट्रेडिंग हो रही है। कंपनी के कोर बिजनेस और रिन्यूएबल सेगमेंट का प्रदर्शन आने वाले महीनों में बेहतर रह सकता है।