TBO Tek IPO Listing: ट्रैवल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म टीबीओ टेक (TBO Tek) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 86 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 920 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 1380.00 रुपये और NSE पर 1,426.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 55 फीसदी का लिस्टिंग गेन (TBO Tek Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में हल्की फीकी हो गई जब शेयर टूट गए लेकिन फिर इसने तगड़ी रिकवरी की। दिन के आखिरी में BSE पर यह 1404.85 रुपये (TBO Tek Share Price) पर बंद हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक अब 52.70 फीसदी मुनाफे में हैं।
एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का मानना है कि वैश्विक ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री में टीबीओ टेक की स्थिति काफी मजबूत हो तो इसकी बंपर लिस्टिंग एकदम सही हुई है। उन्होंने निवेशकों को लिस्टिंग गेन के लिए आईपीओ में पैसे लगाने की सलाह दी थी।
TBO Tek IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
टीबीओ टेक का ₹1,550.81 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-10 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 86.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 125.51 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 50.60 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 25.72 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 17.81 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं और 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,25,08,797 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपने सेलर्स और बायर्स के बेस को बढ़ाने, नई बिजनेस लाइन शुरू करने, अधिग्रहण और डेटा के इस्तेमाल में करेगी।
वर्ष 2006 में बनी टीबीओ टेक (पूर्व नाम टेक ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड) ट्रैवल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म है जो ट्रैवल इंवेंटरी मुहैया कराती है। यह होटल्स, एयरलाइंस, कार रेंटल्स, इंश्योरेंस, रेल कंपनियों जैसे सप्लॉयर्स को ट्रैवल से जुड़ी सर्विसेज ऑफर करती है। इसके अलावा यह ट्रैवल एजेंसियों, ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों और टूर ऑपरेटर्स इत्यादि को भी सर्विसेज देती है। इसके प्लेटफॉर्म के जरिए सेलर्स अपने इंवेंटरी को ऑनलाइन दिखाते हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 34.14 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले वित्त वर्ष 2022 में यह 33.72 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आई जो अगले वित्त वर्ष 2023 में तेजी से उछलकर 148.49 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना करीब 148 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,085.77 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहले 9 महीने यानी अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 154.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 1,039.56 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।
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