आगामी फरवरी महीने में कम से कम 4 शेयरों में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है। इन चारों शेयरों में कुल मिलाकर करीब 4,700 करोड़ रुपये का भारी विदेशी निवेश आने की उम्मीद जा रही है। इसके अलावा भी ऐसे कई शेयर है, जो उस महीने में फोकस में रहने वाले हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मार्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल के ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स (MSCI Global Standard Index) में फरवरी महीने के दौरान बदलाव होने वाला है। ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nuvama Institutional Equities) ने इस संभावित बदलाव को लेकर एक रिपोर्ट निकाली है। रिपोर्ट में कहा गया है फिलहाल 4 शेयर इस इंडेक्स में शामिल होने के लिए मजबूत दावेदार दिख रहे हैं।
पहला शेयर है- जिंदल स्टीनलेस (Jindal Stainless), दूसरा- पंजाब नेशनल बैंक (PNB), तीसरा- भेल लिमिटेड (Bhel Ltd) और चौथा है ओबरॉय रियल्टी (Oberoi Realty)। रिपोर्ट की मानें तो इसमें सबसे अधिक निवेश जिंदल स्टीनलेस के शेयर में 149 मिलियन डॉलर, यानी करीब 1240 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। दूसरे नंबर पर पंजाब नेशनल बैंक है जिसमें 142 मिलियन डॉलर, यानी करीब 1180 करोड़ का निवेश आने का अनुमान है। जबकि भेल और ओबरॉय रियल्टी दोनों में 138-138 मिलियन डॉलर की रकम आने की उम्मीद है। 138 मिलियन डॉलर करीब 1,150 करोड़ रुपये होता है।
हालांकि इन चारों शेयरों के सामने एक चुनौती भी है। वो चुनौती यह है कि इन्हें अपने शेयर प्राइस कम से कम फरवरी तक इसी स्तर पर बरकरार रखना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि मार्केट कैप एक बड़ा रीजन है, जिसके आधार पर इन कंपनियों को इंडेक्स में शामिल किया जाता है। अगर इनके शेयर की कीमत गिरेगी, तो इसके साथ इनका मार्केट कैप यानी मार्केट वैल्यू आ जाएगी। ऐसे में इनकी जगह कोई और शेयर इंडेक्स में शामिल होने के लिए दावेदार हो सकता है।
MSCI ग्लोबल स्टैंडर्स इंडेक्स में कौन सा शेयर शामिल होगा, इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान 12 फरवरी को होगा। वहीं 29 फरवरी से यह बदलाव प्रभावी हो जाएगी। शेयरों का चुनने के लिए जो कट-ऑफ पीरियड रखा गया है, वो 18 से 31 जनवरी का है।
नुवामा की रिपोर्ट कहती है कि इस तारीख तक कुछ और शेयर इस इंडेक्स में शामिल होने के लिए दावेदार बन सकते हैं, बशर्ते कि इनमें मौजूदा स्तर से 5-10 फीसदी की तेजी आ जाए। इनमें डालमिया भारत, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एल्केम लैब्स, सोलर इंडस्ट्री और नायका का नाम सबसे ऊपर है। बाजार में जैसी रैली जारी है, उसे देखते हुए 5-10 फीसदी की तेजी कोई बहुत बड़ी बात नहीं लगती है।
ऐसा नहीं है इंडेक्स में सिर्फ शेयर शामिल ही होंगे। कुछ ऐसे भी शेयर जो इससे बाहर हो सकते हैं। नुवामा का कहना है कि अगर इंद्रप्रस्थ गैस और पेट्रोनेट LNG में मौजूदा स्तर से और गिरावट हुए, ये दोनों शेयर इंडेक्स से निकल सकते हैं। इंडेक्स से हटने पर इन शेयरों से कुछ विदेशी निवेश भी बाहर जाता हुआ दिख सकता है।
आपको बता दें कि MSCI के स्टैंडर्ड्स इंडेक्स में शामिल होने वाले कुल भारतीय शेयरों की संख्या अब बढ़कर 131 हो गई है। सिर्फ इस साल 17 शेयर इस इंडेक्स शामिल हुए हैं। यह पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुना है क्योंकि 2022 में 9 शेयर इस इंडेक्स में शामिल हुए थे।
MSCI के स्टैंडर्ड्स इंडेक्स में शामिल होने का फायदा यह होता है, उस स्टॉक में काफी सारे विदेशी फंड्स से निवेश देखने को मिलता है। आमतौर पर ये सभी पैसिव फंड्स होते हैं और ये अपने पैसों को MSCI के स्टैंडर्स इंडेक्स के आधार पर ही निवेश करते हैं। जो शेयर इस इंडेक्स में जितने वेटेज का होता है, ये उसी वेटेज के आधार पर उसमें निवेश करते हैं। अक्सर इन निवेश से शेयर की कीमतों को ऊपर जाते हुए देखा गया है।
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