बाजार पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने कहा कि हमारे बाजार गिरेंगे कम, चलेंगे ज्यादा। भारत में है दम। देश की जनता ही भारतीय बाजारों में सबसे बड़ी मजबूती है। भारत डेमोक्रेसी और डेमोग्रॉफी का शानदार संगम है। ये मंदी इंपोर्टेड है, हमसे इसका कोई संबंध नहीं है। जिस तरह के संकेत अभी हैं उसमें 2008 में लोअर सर्किट लग गया होता। FIIs की 10,000 करोड़ की बिकवाली के बावजूद निफ्टी सिर्फ 2.7 फीसदी गिरा है। DIIs ने कहा बेचो कितना बेच सकते हो, सारा माल हम खरीद लेंगे। जो FIIs 24000 पर बेच रहे हैं वही 26000 पर खरीदेंगे। भारतीय बाजारों में कोई घबराहट नहीं, कोई डर नहीं है। MFs, DIIs, HNI और रिटेल भारी कैश में निवेश करने को तैयार हैं।
