होम फर्स्ट फाइनेंस (Home First Finance) के तीन प्रमोटर, ट्रू नॉर्थ, ऑरेंज क्लोव और एथर फंड हाउसिंग फाइनेंस (True North, Orange Clove and Aether Fund) कंपनी में ब्लॉक डील के जरिए 14.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए तैयार हैं। सीएनबीसी-आवाज़ ने 29 नवंबर इस बारे में रिपोर्ट दी। हमारे सहयोगी चैनल ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि ये ब्लॉक डील 1,267 करोड़ रुपये में होने की संभावना है। इसमें कहा गया है कि मौजूदा बाजार मूल्य से 8 प्रतिशत छूट पर फ्लोर प्राइस 968 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। चैनल ने बताया कि ब्लॉक डील के लिए कोटक सिक्योरिटीज (Kotak Securities) को ब्रोकर तय किया गया है।
होम फर्स्ट फाइनेंस के शेयर 29 नवंबर को एनएसई पर 3.15 प्रतिशत गिरकर 1,058 रुपये पर बंद हुए।
कंपनी ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में अपने कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफे में 24.12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 92.22 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की थी। जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 74.3 करोड़ रुपये थी।
सितंबर तिमाही में कंपनी की कुल आय 374.23 करोड़ रुपये रही। जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 277.98 करोड़ रुपये से 34.62 प्रतिशत अधिक है।
कोलकाता टेक पार्क 1 को बेचेगी DLF
वहीं दूसरी तरफ एक और डील में डीएलएफ लिमिटेड (DLF Ltd) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी डीएलएफ इंफो सिटी डेवलपर्स (कोलकाता) लिमिटेड (DLF Info City Developers (Kolkata) Ltd ) ने अपने कोलकाता टेक पार्क 1 को आरडीबी प्रिमार्क और आरडीबी समूह की एक सहयोगी कंपनी प्राइमार्क टेक्नो पार्क एलएलपी को स्लंप सेल के आधार पर बेचने और ट्रांसफर करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। रियल एस्टेट फर्म ने 29 नवंबर को एक बयान में कहा कि यह डील कुल मिलाकर 637 करोड़ रुपये में होगी।
कोलकाता टेक पार्क 1 भारत के पूर्वी हिस्से में सबसे बड़े आईटी पार्क में से एक है। बयान में कहा गया है कि इसका कुल पट्टा योग्य क्षेत्रफल लगभग 14.9 लाख वर्ग फुट है। यह USGBC से LEED प्लेटिनम प्रमाणित है और वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियों का घर है।
डीएलएफ रेंटल बिजनेस के उपाध्यक्ष और एमडी श्रीराम खट्टर ने कहा “यह अच्छी क्वालिटी वाले किरायेदार भागीदारों और एसेट मैनेजमेंट के साथ वर्षों में बनाई गई हमारी मुख्य संपत्तियों में निहित मूल्यों को प्रतिबिंबित करता है। यह शेयरधारक मूल्यों को लगातार बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
इस डील के लिए JLL एकमात्र लेनदेन सलाहकार रहे। जबकि शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी और पीडब्ल्यूसी क्रमशः डीएलएफ के कानूनी और वित्तीय सलाहकार रहे।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)