बाजार के आगे के आउटलुक पर बात करते हुए टाटा म्यूचुअल फंड ( Tata Mutual Fund) के CIO-इक्विटी राहुल सिंह ने कहा कि प्रॉफिट ग्रोथ, चीन की इकोनॉमी में स्लोडाउन और यूएस में चुनाव को लेकर अस्थिरता भारतीय बाजार के लिए पॉजिटिव फैक्टर बन कर उभर रही थी। लेकिन मौजूदा समय में यह तीनों ही चीजों भारतीय बाजार के खिलाफ हुई है। दूसरी तिमाही में कंपनियों के अर्निंग ग्रोथ में कमी , चीन में रिकवरी की उम्मीद बढ़ने और ट्रंप की जीत के बाद डॉलर में मजबूती से भारतीय बाजार की पिटाई हुई है। ऐसे में बाजार में अब इंडेक्स/ थीम के बजाए स्टॉक स्पेसिफिक होकर चलना ही बेहतर रणनीति होगी।
राहुल सिंह ने आगे कहा कि भारतीय बाजार के वैल्यूएशन अभी भी महंगे हैं। बाजार में टाइम करेक्शन जारी रह सकती है। बाजार में रिटर्न बनने अब मुश्किल हो गया है। बाजार में चुनिंदा शेयरों में ही रिटर्न बनने की संभावना है।
बैंक शेयर आगे आउटपरफॉर्म करते आएंगे नजर
बैंकिंग सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बैंक एक मात्र ऐसा सेक्टर है जहां पर वैल्यूएशन 10 साल के एवरेज के करीब है या फिर उनसे नीचे है। वैल्यूएशन सपोर्ट काफी ज्यादा है और सेक्टर से लेकर लोगों की उम्मीदें काफी कम है। इंटरेस्ट रेट मार्जिन में कटौती को लेकर बाजार जो अनुमान लगा रहा है अगर ब्याज दरों में कटौती नहीं होती उससे बैंक के प्रॉफिटेबिलिटी को सपोर्ट मिलेगा।
राहुल सिंह ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में काफी कंफर्ट नजर आ रहा है। ऐसे में बैंकिंग सेक्टर मार्केट को सपोर्ट कर सकता है। बैंकिंग सेक्टर के वैल्यूएशन बेहतर लग रहे हैं। बैंक शेयर आगे आउटपरफॉर्म करते नजर आ सकते है। अगले साल बैकों का मुनाफा बढ़ सकता है। अगले साल बैंकों की क्रेडिट और डिपॉजिट ग्रोथ में अंतर कम होगा।
फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर के वैल्यूएशन महंगे नहीं
फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर ही एक ऐसा सेक्टर है जहां पर वैल्यूएशन पर बहुत ज्यादा कंफर्ट नहीं है लेकिन बहुत ज्यादा महंगे वैल्यूएशन भी नहीं है। इन दोनों सेक्टर की विजिबिलिटी काफी पॉजिटीव है। इस सेक्टर के नतीजों को देखें तो इनके मार्जिन में सुधार नजर आ रहा है।
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