China Related Stocks: इन 10 भारतीय कंपनियों की चीन में है पार्टनरशिप, क्या बेहतर होते रिश्तों का मिलेगा फायदा?
China Related Stocks: साल 2025 में भारत और चीन आर्थिक रिश्तों को संभाल रहे हैं। इससे टाटा मोटर्स और Dixon समेत 10 कंपनियों को फायदा मिल सकता है, जिनकी चीन में पार्टनरशिप है। चेक करें पूरी लिस्ट।
Dixon Technologies ने Vivo, Longsher, HKC और Q Tech जैसी चीनी कंपनियों के साथ कई जॉइंट वेंचर्स किए हैं।
China Related Stocks: साल 2025 में भारत और चीन अपने आर्थिक रिश्तों को संभलकर फिर से बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं। इस वित्त वर्ष में दोनों देशों का व्यापार $127.7 बिलियन तक पहुंच गया है, जो पिछले दस सालों में चार गुना बढ़ा है। भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद दोनों देश कई क्षेत्रों में सहयोग देख रहे हैं।
कई दिग्गज भारतीय कंपनियों की चीन में इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी और टेक्नोलॉजी में साझेदारी है। भारत कृषि और औद्योगिक सामान का निर्यात भी करता है, जिससे आर्थिक निर्भरता बढ़ रही है। आइए उन 10 भारतीय कंपनियों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने बिजनेस बढ़ाने के लिए चीनी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप कर रखी है।
Tata Motors
देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स ने अपने चीनी पार्टनर्स के साथ लाइसेंसिंग सहयोग किए हैं, खासकर Jaguar Land Rover सेगमेंट में। इसका मकसद प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत करना है। कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹2,60,437 करोड़ है।
Sun Pharma
भारत की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सन फार्मस्युटिकल्स इंडस्ट्रीज ने अपनी सोरायसिस दवा Ilumya (Ilumetri) का आउट-लाइसेंस चीन मेडिकल सिस्टम होल्डिंग्स की एक सहायक कंपनी को दिया है ताकि ग्रेटर चाइना में इसका कमर्शियलाइजेशन किया जा सके। इसकी मार्केट वैल्यू लगभग ₹3,97,329 करोड़ है।
Dr Reddy’s Laboratories
एक और दिग्गज फार्मास्युटिकल कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटोरीज का चीन में Kunshan Rotam Reddy Pharmaceutical Co. के साथ जॉइंट वेंचर है, जहां वह दवाइयों का मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन करती है। यह जेनेरिक और स्पेशलिटी प्रोडक्ट्स के लिए मशहूर है। कंपनी का मार्केट कैप ₹1,10,289 करोड़ है।
Cipla
दिग्गज फार्मास्युटिकल कंपनी Cipla, श्वसन और क्रॉनिक रोगों की दवाओं के लिए जानी जाती है। इसने चीन में Kidd Pharma (CSPC की सहायक कंपनी) के साथ जॉइंट वेंचर बनाया था। सितंबर 2025 में Cipla ने अपने पार्टनर की हिस्सेदारी खरीदकर पूरा नियंत्रण ले लिया। कंपनी का मूल्य लगभग ₹1,27,267 करोड़ है।
Dixon Technologies (India)
भारत की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) कंपनी Dixon Technologies ने Vivo, Longsher, HKC और Q Tech जैसी चीनी कंपनियों के साथ कई जॉइंट वेंचर्स किए हैं। इसका मकसद स्मार्टफोन, कैमरा मॉड्यूल और प्रिसिजन पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करना है। कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹1,09,872 करोड़ है।
Samvardhana Motherson
ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स सप्लायर संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड (SAMIL) का चीनी पार्टनर JMCG है। इसकी जॉइंट वेंचर में 60% हिस्सेदारी है, ताकि मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाई जा सके। कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹76,751 करोड़ है।
Uno Minda
ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स जैसे लाइटिंग, स्विच और सीटिंग के सप्लायर Uno Minda ने चीन की Shenyang Jiuan Auto Lamp के साथ जॉइंट वेंचर किया है। ये दोनों मिलकर ऑटोमोटिव लैंप की मैन्युफैक्चरिंग करना है। इसका मार्केट वैल्यू लगभग ₹75,772 करोड़ है।
Aurobindo Pharma
जेनेरिक और एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (API) पर केंद्रित ग्लोबल फार्मा कंपनी Aurobindo Pharma का चीन में Luoxin Auroviris Pharm के साथ जॉइंट वेंचर है। ये साथ मिलकर दवाइयों का कमर्शियलाइजेशन करती हैं। इसका मार्केट कैप लगभग ₹65,003 करोड़ है।
Glenmark Pharma
Glenmark Pharma जेनेरिक, स्पेशलिटी और ओवर-द-काउंटर दवाओं में अपनी दमदार मौजूदगी के लिए जानी जाती है। इसने चीन की Harbour BioMed के साथ साझेदारी की है। ये दोनों इम्यूनोलॉजी और इनोवेटिव थेरेपीज के क्षेत्र में सहयोग कर रही हैं। कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹58,844 करोड़ है।
Ashok Leyland देश की सबसे बड़ी कमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरर्स में से एक है। इसने एक चीनी बैटरी निर्माता CALB के साथ तकनीकी साझेदारी की है। यह अपने बस और ट्रक के लिए एडवांस्ड बैटरी सिस्टम डेवलप करना चाहती है। इसका मार्केट कैप लगभग ₹41,372 करोड़ है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।