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कौन बेचेगा मेट्रोजील और रैंटेक? जल्द होगा तय, Torrent Pharma ने फिर शुरू की बात

Torrent Pharma News: दिग्गज फार्मा कंपनी टोरेंट फार्मा ने एक बार फिर जेबी केमिकल्स एंड फार्मा (JB Pharma) में हिस्सेदारी खरीदने की कोशिशें शुरू कर दी है। टोरेंट फार्मा इसके लिए प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर से इसकी हिस्सेदारी खरीदने के लिए फिर बातचीत कर रही है। जानिए कि केकेआर की कितनी हिस्सेदारी है और टोरेंट फार्मा कितनी होल्डिंग खरीदेगी और इससे पहले की बाचतीत क्यों सफल नहीं हुई थी?

अपडेटेड Jun 28, 2025 पर 11:31 AM
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Torrent Pharma News: पिछले साल टोरेंट फार्मा ने जेबी फार्मा में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत शुरू की थी लेकिन यह सफल नहीं हो पाई। अब एक बार फिर बातचीत शुरू हुई है। (File Photo)

Torrent Pharma News: पिछले साल 2024 में टोरेंट फार्मा ने जेबी फार्मा (JB Pharma) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत शुरू की थी लेकिन यह सफल नहीं हो पाई। अब एक बार फिर सामने आ रहा है दिग्गज फार्मा कंपनी ने जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स (जेबी फार्मा) में पीई फर्म केकेआर (KKR) की 47.84% हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत शुरू कर दी है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। इस लेकर दोनों पक्षों के बीच जल्द ही साइन हो सकता है। इसके अलावा टोरेंट फार्मा पब्लिक शेयरहोल्डर्स से 26% हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर ला सकती है। पिछले साल वैल्यूएशन से जुड़ी चिंताओं के चलते डील नहीं हो पाई थी।

KKR की कितनी हिस्सेदारी है JB Pharma में?

करीब पांच साल पहले जुलाई 2020 में केकेआर ने जेबी फार्मा के प्रमोटर्स और फाउंडर्स मोदी परिवार से इसकी 54% हिस्सेदारी खरीदी थी। यह सौदा प्रति शेयर 745 के हिसाब से करीब ₹3100 करोड़ में हुआ था। पिछले साल टोरेंट फार्मा के साथ बातचीत ट्रैक से उतरने के बाद इस साल मार्च 2025 में पीई फर्म ने ब्लॉक डील के जरिए अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच दिया। अब केकेआर के पास जेबी फार्मा में 47.84% हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यू करीब 27 जून के क्लोजिंग प्राइस ₹1,802.9 के हिसाब से करीब ₹13,400 करोड़ है।


Torrent Pharma लगातार कर रही विस्तार

टोरेंट फार्मा अधिग्रहण के जरिए अपना विस्तार कर रही है। वर्ष 2013 में कंपनी ने एल्डर फार्मा (Elder Pharma) के भारतीय ब्रांडेड कारोबार को खरीद लिया था। इसके बाद वर्ष 2015 में इसने Zyg Pharma के डर्मास्यूटिकल बिजनेस को, वर्ष 2016 में ग्लोकेम इंडस्ट्रीज के एपीआई प्लांट को खरीद लिया तो वर्ष 2017 में नोवार्टिस से इसके महिलाओं की हेल्थकेयर ब्राड्स और यूनिकेम के सिक्किम प्लांटे के साथ-साथ इसके भारतीय ब्रांडेड बिजनेस को खरीद लिया। टोरेंट फार्मा की पिछली अहम खरीदारी वर्ष 2022 में हुई थी, जब इसने स्किन केयर प्रोडक्ट्स बनाने वाली क्यूरेटियो हेल्थकेयर को ₹2,000 करोड़ में खरीदा था।

अब मेट्रोजील (Metrogyl) और रैंटेक (Rantac) जैसे दिग्गज ब्रांड की पैरेंट कंपनी जेबी फार्मा पर इसकी नजर है। वर्ष 1976 में बनी जेबी फार्मा के प्रोडक्ट्स का निर्यात 40 से अधिक देशों में होता है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 12% उछलकर ₹3,918 करोड़, ऑपरेटिंग प्रॉफिट 16% बढ़कर ₹1,087 करोड़ और नेट प्रॉफिट 19% बढ़कर ₹660 करोड़ पर पहुंच गया। घरेलू मार्केट में बात करें तो इसका रेवेन्यू 20% बढ़कर ₹2,269 करोड़ पर पहुंच गया। फार्मा रिसर्च फर्म IQVIA के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 में इसकी 12% ग्रोथ भारतीय फार्मा सेक्टर की 8% से अधिक रही।

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