Credit Cards

Trade setup for today: बाजार खुलने के पहले इन आंकड़ों पर डालें एक नजर, मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में होगी आसानी

18600 की स्ट्राइक पर पुट राइटिंग देखने को मिली। इस स्ट्राइक पर 4.57 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े। उसके बाद 18500 पर भी 3.45 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़ते दिखे हैं। जबकि 18700 पर 2.96 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े हैं

अपडेटेड Nov 30, 2022 पर 8:40 AM
Story continues below Advertisement
18500 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा कॉल अनवाइंडिंग देखने को मिली। इसके बाद 18400 और फिर 20000 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा कॉल अनवाइंडिंग रही

कल यानी 29 नवंबर को बाजार लगातार दूसर दिन रिकॉर्ड हाई लगाता दिखा था। अच्छे ग्लोबल संकेतों के दम पर बाजार में लगातार छठें दिन बढ़त देखने को मिली थी। Sensex 177 अंकों की तेजी के साथ 62682 पर बंद हुआ था। वहीं, Nifty 55 अंकों की बढ़त के साथ 18618 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी ने कल डेली चार्ट पर एक बुलिश कैंडलिस्टिक पैटर्न बनाया था। इसने कल लगातार 5वें कारोबारी सत्र में हायर हाई भी बनाया था। ये बाजार में तेजी कायम रहने का संकेत है। मोमेंटम इंडीकेटर RSI (relative strength index) भी बुलिश रिवर्सल दिखा रहा है। इससे शॉर्ट टर्म में बाजार में तेजी रहने के संकेत मिल रहे है। बाजार जानकारों का कहना है कि निफ्टी में हमें जल्द ही 18700 का स्तर देखने को मिल सकता है।

कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि टेक्निकल नजरिए से देखें तो निफ्टी लगातार हायर हाई और हायर लो फॉर्मेशन बनाए हुए है। ये बाजार के लिए एक अच्छा संकेत है। अब निफ्टी के लिए सपोर्ट 18450 से खिसकर ऊपर की तरफ 18550 पर आ गया है। जबतक निफ्टी इस सपोर्ट के ऊपर टिके रहने में कामयाब रहेगा। तब तक इसमें तेजी की संभावना बनी रहेगी और निफ्टी हमें आगे 18750-18800 का स्तर भी छूता नजर आ सकता है।

यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी। यहां इस बात का ध्यान रखें कि इस स्टोरी में दिए गए ओपन इंटरेस्ट (OI)और स्टॉक्स के वॉल्यूम से संबंधित आंकड़े तीन महीनों के आंकड़ों का योग हैं, ये सिर्फ चालू महीनें से संबंधित नहीं हैं।


Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल

निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 18568 और उसके बाद दूसरा सपोर्ट 18538 और 18490 पर स्थित है। अगर इंडेक्स ऊपर की तरफ रुख करता है तो 18664 फिर 18694 और 18742 पर इसको रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।

Nifty Bank

निफ्टी बैंक के लिए पहला सपोर्ट 42975 और उसके बाद दूसरा सपोर्ट 42900 और 42777 पर स्थित है। अगर इंडेक्स ऊपर की तरफ रुख करता है तो 43220 फिर 43295 और 43418 पर इसको रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।

कॉल ऑप्शन डेटा

19000 की स्ट्राइक पर 36.47 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो दिसंबर सीरीज में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा। इसके बाद 20000 पर सबसे ज्यादा 25.66 लाख कॉन्ट्रैक्ट का कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिल रहा है। वहीं, 18500 की स्ट्राइक पर 22.07 लाख कॉन्ट्रैक्ट का कॉल ओपन इंटरेस्ट है।

18800 की स्ट्राइक पर काल राइटिंग देखने को मिली। इस स्ट्राइक पर 3.89 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े। उसके बाद 18700 पर भी 2.17 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़ते दिखे हैं।

18500 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा कॉल अनवाइंडिंग देखने को मिली। इसके बाद 18400 और फिर 20000 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा कॉल अनवाइंडिंग रही।

पुट ऑप्शन डेटा

18000 की स्ट्राइक पर 40.26 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो दिसंबर सीरीज में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा। इसके बाद 17000 पर सबसे ज्यादा 30.07 लाख कॉन्ट्रैक्ट का पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिल रहा है। वहीं, 18500 की स्ट्राइक पर 27.46 लाख कॉन्ट्रैक्ट का पुट ओपन इंटरेस्ट है।

18600 की स्ट्राइक पर पुट राइटिंग देखने को मिली। इस स्ट्राइक पर 4.57 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े। उसके बाद 18500 पर भी 3.45 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़ते दिखे हैं। जबकि 18700 पर 2.96 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े हैं।

17700 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा पुट अनवाइंडिंग देखने को मिली। इसके बाद 17100 और फिर 17400 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा पुट अनवाइंडिंग रही।

हाई डिलिवरी परसेंटेज वाले शेयर

इनमें ICICI Bank, HDFC, HDFC Bank, HDFC Life Insurance Company और Bosch के नाम शामिल हैं। हाई डिलिवारी परसेंटेज इस बात का संकेत होता है कि निवेशक उन शेयरों में रुचि दिखा रहे हैं।

FII और DII आंकड़े

29 नवंबर को भारतीय बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 1241.57 करोड़ रुपए की खरीदारी की। वहीं, इस दिन घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 744.42 करोड़ रुपए की बिकवाली की।

NSE पर F&O बैन में आने वाले शेयर

30 नवंबर को NSE पर 4 स्टॉक Punjab National Bank,BHEL, Delta Corp और Indiabulls Housing Finance F&O बैन में है। बताते चलें कि F&O सेगमेंट में शामिल स्टॉक्स को उस स्थिति में बैन कैटेगरी में डाल दिया जाता है, जिसमें सिक्योरिटीज की पोजीशन उनकी मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट से ज्यादा हो जाती है।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।