Trade setup : 24200 के नीचे बने रहने पर निफ्टी में कंसोलीडेशन की उम्मीद, 24000 पर तत्काल सपोर्ट
Trade setup : निफ्टी 50 इंडेक्स कल पहली बार 24,200 से ऊपर जाता दिखा था। कारोबारी सत्र के अंत में ये 18 अंक गिरकर 24,124 के स्तर पर बंद हुआ। वीकली बेसिस पर 25,000 की स्ट्राइक पर 1.18 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा
Trade setup : सेंटिमेंट इंडीकेटर निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 2 जुलाई को गिरकर 1.15 पर रहा जो इसके पिछले काोरबारी दिन 1.21 के स्तर पर था। 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है
Trade setup : 2 जुलाई को एक नया हाई लगाने के बाद बाजार सीमित दायरे में आ गया और नकारात्मक रुझान के साथ सपाट बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स कल पहली बार 24,200 से ऊपर जाता दिखा था। कारोबारी सत्र के अंत में ये 18 अंक गिरकर 24,124 के स्तर पर बंद हुआ। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक निफ्टी क्लोजिंग बेसिस पर 24,200 से नीचे बना रहता है तब तक इसमें कंसोलीडेशन होने की संभावना है। निफ्टी के लिए 24,000 पर तत्काल सपोर्ट है। अगर यह 24,200 से ऊपर बंद होता है और टिका रहता है तो फिर 24,500 पर नजर रखनी चाहिए। यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 24,070-24,028 और 23,959
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 24,208-24,250 और 24,319
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस : 52,649, 52,845, और 53,163
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 52,013-51,817 और 51,499
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस : 53,227-54,257
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट : 51,503-50,473
कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 25,000 की स्ट्राइक पर 1.18 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
पुट ऑप्शन डेटा
24,000 की स्ट्राइक पर 77.40 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
इंडिया VIX
वोलैटिलिटी 10-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) के साथ-साथ 200-डे ईएमए से भी नीचे रही, जो कि तेजड़ियों के लिए अनुकूल स्थिति है। डर फीयर इंडेक्स, इंडिया VIX, 13.83 के स्तर से 1.37 फीसदी गिरकर 13.64 पर आ गया।
33 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 33 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
46 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 46 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
79 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 79 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
28 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 28 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड की बड़ी हिस्सेदारी देखने को मिली। डिलीवरी की बड़ी हिस्सेदारी स्टॉक में निवेश (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
पुट कॉल रेशियो
सेंटिमेंट इंडीकेटर निफ्टी पुट-कॉल रेशियो (PCR) 2 जुलाई को गिरकर 1.15 पर रहा जो इसके पिछले काोरबारी दिन 1.21 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ बैन में नए शामिल स्टॉक: शून्य
एफएंडओ बैन में बरकरार स्टॉक: इंडिया सीमेंट्स, इंडस टावर्स
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: शून्य
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