Trump tariff Fear : 2 अप्रैल यानी कल से लागू होने वाले ट्रंप टैरिफ के चलते बाजार नर्वस है। बाजार में ट्रंप टैरिफ का फीयर फैक्टर हावी है। कल रेसिप्रोकल टैरिफ के एलान से पहले बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 1400 अंक नीचे कारोबार कर रहा है। निफ्टी ने भी इंट्रा डे में 23150 का लेवल तोड़ दिया है। बैंक निफ्टी की भी जमकर पिटाई हुई है। यह 1.5 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। मिडकैप-स्मॉलकैप भी एक फीसदी तक लुढके हैं। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 10 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। भारत पर टैरिफ का कितना असर होगा। भारत टैरिफ के नुकसान को कम करने के लिए क्या कदम उठा सकता है। इस पर जेफरीज ने एक रिपोर्ट निकाली है। आइए इस रिपोर्ट की खात बातों पर डालते हैं एक नजर।
ट्रंप टैरिफ और भारत : जेफरीज
जेफरीज का कहना है कि भारत द्वारा अमेरिका से ज्यादा डिफेंस और ऑयल/गैस इंपोर्ट से ट्रंप टैरिफ का असर घट सकता है। ऑटो, फार्मा, टेक्सटाइल और अल्कोहल पर ट्रंप टैरिफ का असर संभव है। US और भारत के बीच ट्रेड डील होने की उम्मीद है। UK और EU के साथ ट्रेड डील में भी तेजी आ सकती है।
फरवरी में ट्रंप और PM मोदी की मुलाकात हुई थी। इसमें जवाबी टैरिफ के नुकसान को कम करने की कोशिश पर बात हुई थी। भारत अमेरिका को खुश करने के लिए अधिक डिफेंस प्रोडक्ट और ऑयल-गैस खरीद सकता है। US के साथ द्विपक्षीय ट्रेड एग्रीमेंट करने पर भी जोर है।
भारत और US के बीच ट्रेड: जेफरीज
जेफरीज का कहना है कि भारत सिर्फ 5 फीसदी तेल US से इंपोर्ट करता है। 2024 में US को सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट 103 अरब डॉलर का हुआ था।
भारत और US के बीच होने वाले ट्रेड पर नजर डालें तो साल 2024 में भारत ने अमेरिका को 88 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट किया। अमेरिका से भारत में होने वाला इंपोर्ट 42 अरब डॉलर पर रहा। भारत के डिफेंस इंपोर्ट पर नजर डालें तो देश में रूस और फ्रांस से 70 फीसदी डिफेंस इंपोर्ट होता है। इसमें अमेरिका की हिस्सेदारी सिर्फ 13 फीसदी है।
भारत कितना टैरिफ लगाता है?
भारत में लगने वाले टैरिफ की बात करें तो देश में कारों को इंपोर्ट र 110 फीसदी टैरिफ लगता है। वहीं, वाइन और स्पिरिट्स के इंपोर्ट पर 50-150 फीसदी टैरिफ लगता है। वहीं, एग्री प्रोडक्ट के इंपोर्ट पर 65 फीसदी टैरिफ लगता है।
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