अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ धमकियों से ग्लोबल सेंटीमेंट खराब हुआ है। बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स 11 जुलाई को कमजोर शुरुआत के साथ खुले और संभवतः आज लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी इनकी गिरावट जारी रह सकती है। ट्रंप ने 1 अगस्त से कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 35 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है और अमेरिका के अधिकांश व्यापारिक साझेदारों पर 15 से 20 फीसदी टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं। इससे ग्लोबल ट्रेड वार की आशंकाएं फिर से बढ़ गई हैं।
पिछले कारोबारी सत्र में,पिछले कारोबारी सत्र में वीकली डेरिवेटिव एक्सपायरी से जुड़ी भारी वोलैटिलिटी के कारण इक्विटी इंडेक्स दबाव में आ गए। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो निफ्टी आईटी इंडेक्स सबसे ज़्यादा गिरावट वाला इंडेक्स रहा। इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस और टेक महिंद्रा जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। बाजार जानकारों का मानना है कि आईटी सेक्टर के लिए नतीजों का मौसम थोड़ा सुस्त रह सकता है।
10 जुलाई को,विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक और घरेलू संस्थागत निवेशक दोनों ही नेट बॉयर रहे। एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक डीआईआई ने भारतीय शेयरों में 221 करोड़ रुपये की खरीदारी की,जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 591 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
बाजार में संभावित उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडिया VIX, गुरुवार को और गिरकर 14 महीनों से ज़्यादा के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। यह स्थिति आमतौर पर तेज़ड़ियों के लिए अनुकूल होती है। कल यह इंडेक्स 2.24 फीसदी गिरकर 11.67 पर आ गया, जो 26 अप्रैल, 2024 के बाद का सबसे निचला क्लोजिंग लेवल है।
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 10 जुलाई को बढ़कर 0.97 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.89 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर
25,300 का स्तर अब एक निर्णायक स्तर बन गया है इससे नीचे बंद होने पर चार्ट संरचना और कमज़ोर हो सकती है। दूसरी ओर, 25,550-25,600 के जोन में लगातार बिकवाली का दबाव बना हुआ है। यह एक अहम रेजिस्टेंस जोन है। यह बाधा पार होने पर ही नई तेजी देखने को मिलेगी। इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) इंडेक्स फ्यूचर्स में अपनी शॉर्ट पोजीशन को तेजी से बढ़ा रहे हैं। ये संस्थागत निवेशकों में बनी की सतर्कता की भावना का संकेत है। जब तक एफपीआई द्वारा शॉर्ट कवरिंग या लॉन्ग बिल्डअप देखने को नहीं मिलता तब तक तेजी के सीमित रहने की उम्मीद है।
सैमको सिक्योरिटीज के धुपेश धमेजा ने कहा " बैंक निफ्टी के लिए 57,350 के पास एक मज़बूत दीवार बन गई है, जहा बार-बार बिकवाली का दबाव बनता दिखा है। जब तक इंडेक्स इस रेजिस्टेंस जोन से ऊपर बंद नहीं होता, तब तक टिकाऊ बुलिश रिवर्सल की उम्मीद नहीं है।" उन्होंने आगे कहा कीमतों में उतार-चढ़ाव और अनिश्चित बनी हुई है। बैंक निफ्टी 10-डे और 20-डे ईएमए के बीच उतार-चढ़ाव कर रहा है। इंडेक्स 500 अंकों (56,800-57,300) के एक छोटे दायरे में बना हुआ है, जिसमें संस्थागत भागीदारी कम है। 56,770 के अहम सपोर्ट स्तर से नीचे बंद होने पर यह फॉर्मेशन और कमज़ोर हो सकता है। जबकि मज़बूती का संकेत देने के लिए इंडेक्स को 57,350 से ऊपर टिकना होगा। सतर्क नजरिए के अलावा, एफपीआई लगातार इंडेक्स फ्यूचर्स में शॉर्ट कर रहे हैं, जो ऊपरी स्तरों पर लगातार बने सप्लाई प्रेशर की ओर इशारा करता है।
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